देश में मछली पालन का चलन तेजी से बढ़ रहा है. अब पढ़े-लिखे युवा भी मछली पालन में दिलचस्पी ले रहे हैं. वहीं, केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें भी मछली पालन को बढ़ावा दे रही हैं. इसके लिए किसानों को सब्सिडी दी जा रही है. लेकिन इसके बावजूद भी बहुत से मछली पालकों की शिकायत रहती है कि उन्हें इस बिजनेस में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. उनका कहना है कि मछलियों का वजन तेसी से नहीं बढ़ रहा है. लेकिन अब किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम कुछ ऐसे टिप्स के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं, जिसे अपनाने के बाद मछलियों का वजन तेजी से बढ़ेगा.
दरअसल, मछली पालन में कमाई बहुत है, लेकिन सही तरह से देखरेख नहीं करने पर मछलियों का वजन तेजी से नहीं बढ़ता है. ऐसे में समय और लागत बढ़ जाती है. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है. अगर आप चाहें, तो मछलियों का तेजी से वजन बढ़ाने के लिए तालाब में गोबर और मुर्गियों की बीट डाल सकते हैं. आपको एक साल के अंदर तालाब में 10 से 15 टन गोबर डाल सकते हैं. इसके अलावा करीब 6 टन मुर्गी की बीट का घोल बनाकर तालाब में मिला सकते हैं. इससे मछलियों का वजन तेजी से बढ़ेगा. क्योंकि घोल और गोबर मछलियों के लिए खाद का काम करते हैं.
तालाब में डालें मुर्गी की बीट
किसानों को मुर्गी की बीट से बने घोल का छिड़काव तालाब में हर महीने करना चाहिए. इससे मछलियों का वजन तेजी से बढ़ेगा और किसानों की कम लागत में अच्छी कमाई होगी. खास बात यह है कि मछलियों के वजन के हिसाब से भोजन देना अच्छा माना गया है. इसलिए तालाब में दाना डालने से पहले 20 से 30 मछलियों को निकालकर वजन कर लें. ऐसा करने से मछलियों को बराबर मात्रा में खाना मिल पाएगा. साथ ही भोजन की बर्बाद भी नहीं होगी.
मछलियों को ग्रास कॉर्प खिलाने के फायदे
अगर आप चाहें, तो मछलियों को ग्रास कॉर्प भी खाने के लिए दे सकते हैं. इसके अलावा आप तालाब में धान का कोड़ या मूंगफली की खली भी मछलियों को खिला सकते हैं. ये आहार भी मछलियों के हेल्थ के लिए लागभकारी साबित होंगे. दरअसल, मछलियों को प्रोटीन युक्त आहार की जरूरत होती है. प्रयाप्त मात्रा में प्रोटीन युक्त आहार खिलाने से मछलियों का वजन तेजी के साथ बढ़ता है. अगर आप धान के कोड़ और खली खिलाते हैं, तो मछलियों को प्रयाप्त मात्रा में प्रोटीन मिल जाएगा. इससे वजन बढ़ने के साथ-साथ उनका हेल्थ भी बेहतर रहेगा.