बाढ़ के दौरान पशुओं की देखभाल कैसे करें पशुपालक, बिहार सरकार ने जारी की एडवाइजरी

बाढ़ जैसी आपदा से प्रभावित इलाकों में पशुओं की जीवन की रक्षा एक बड़ी चुनौती होती है. इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने पशुपालकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है जिसके तहत पशुपालकों को बाढ़ के दौरान पशुओं की सुरक्षा के उचित इंतजाम बताए गए हैं.

नोएडा | Published: 17 Aug, 2025 | 11:30 PM

देश के कई हिस्सों में एक तरफ बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है तो वहीं दूसरी ओर कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां जरूरत से ज्यादा बारिश होने के कारण बाढ़ आ गई है. ऐसे में किसानों और पशुपालकों के सामने अपनी फसल और पशुओं को बचाने का संकट सामने आकर खड़ा हो जाता है. बाढ़ जैसी आपदा से प्रभावित इलाकों में पशुओं की जीवन की रक्षा एक बड़ी चुनौती होती है. इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने पशुपालकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है जिसके तहत पशुपालकों को बाढ़ के दौरान पशुओं की सुरक्षा के उचित इंतजाम बताए गए हैं और किसानों से यह अपील भी की गई है कि वे एडवाइजरी में दिए गए निर्देशों का सख्ती से पालन कर अपने पशुओं के जीवन की रक्षा करें.

पशुओं को सुरक्षित जगह ले जाएं

बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा आने की स्थिति में पशुपालकों को ये सलाह है कि वे सबसे पहले अपने पशुओं को किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाएं. किसी ऊंचाई वाली जगह पर जहां पानी उनतक न पहुंच सके. ऐसे में अगर पशुपालकों को नाव या ट्राली का इस्तेमाल करें तो घबराएं नहीं , आराम ले धैर्यपूर्वक नाव या ट्रॉली का इस्तेमाल करें. इस बात का खास खयाल रखें कि एक बार में ज्यादा पशुओं को न चढ़ाएं. इस तरह से धीरे-धीरे सभी पशुओं को सुरक्षित जगह पर पहुंचाकर उन्हें बाढ़ प्रभावित इलाकों से दूर लेकर जाया जा सकता है.

खाने और पानी का उचित इंतजाम

बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर जारी की गई एजवाइजरी के अनुसार, बाढ़ के दौरान बेहद जरूरी है कि पशुपालक पशुओं के खाने और पानी का उचित इंतजाम रखें. बाढ़ के पूर्वानुमान के जारी होते ही पशुओं के लिए सूखा चारे को बांधकर किसी सुरक्षितस जगह रख दें. ध्यान रहे कि बाढ़ के दौरान पशुओं को गीला चारा न दें, इससे पशुओं को अपच की शिकायत हो सकती है.

पशुओं के लिए पानी की भी उचित व्यवस्था करें. बाढ़ के दौरान पशुओं को उबालकर ठंडा किया हुआ क्लोरीन मिलाया हुआ पानी पिलाएं. ताकि पशुओं में किसी भी तरह के रोग लगने का खतरा न हो. बता दें कि, गंदा पानी पीने से पशुओं में लिवर फ्लूक, डायरिया जैसे रोग फैल सकते हैं.

साफ सफाई का रखें ध्यान

पशुपालकों के लिए ये महत्वपूर्ण सलाह है कि बाढ़ के दौरान नियमित रूप से पशुओं की साफ-सफाई का ध्यान रखें. पशुशाला से कीचड़ हटाकर चूना या फिनायल डालकर सफाई करें. इसके बाद पशुओं को अच्छे से नहलाकर शरीर से जोंक और कीटों को हटाएं, पशुओं के खुर को साफ करें और उनमें पोटैशियम परमैंगनेट मिलाया हुआ पानी डालें. इसके अलावा पशुओं की नियमित रूप से जांच करें कि बाढ़ के दौरान उन्हें कहीं चोट तो नहीं आई है. अगर कोई पशु बीमार है तो उसे अन्य पशुओं से अलग रखें और तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.

Published: 17 Aug, 2025 | 11:30 PM