उत्तर प्रदेश के उद्यान विभाग के राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि मलिहाबाद के आमों की किस्मों को एक्सपोर्ट कर अलग-अलग देशों में भेजा जा रहा है. बता दें कि भारत में सबसे ज्यादा आम उत्पादन उत्तर प्रदेश में ही होता है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि आमों के अलावा प्रदेश में आलू के विकास पर भी जोर दिया जा रहा है. देश में आलू के कुल उत्पादन का एक तिहाई हिस्सा यूपी में होता है. इसके साथ ही प्रदेश के आगरा जिले में बहुत जल्द आलू अनुसंधान केंद्र भी बनाया जाएगा.
आगरा में बन रहा आलू अनुसंधान केंद्र
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के करीब आधा दर्जन मंडलों में शामिल जिलों में प्रदेश के 75 फीसद आलू का उत्पादन होता है. ये मंडल हैं मेरठ, अलीगढ़, आगरा, कानपुर, मुरादाबाद और, बरेली. आगरा भी आलू उत्पादक जिलों में से एक है. ऐसे में आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केंद्र खुलने आलू की खेती करने वाले किसानों को अच्छा फायदा होगा. इसके अलावा यूपी सरकार सहारनपुर और कुशीनगर में भी एक्सीलेंस सेंटर फॉर पोटैटो खोल रही है. ताकि इन इलाकों में भी आलू की खेती करने वाले किसानों को फायदा हो सके.
किसानों को किया जाएगा जागरूक
आलू अनुसंधान केंद्र के खुलने से किसानों को आलू की खेती से जुड़ी जानकारी मिल सकेगी और वे आलू की कई अलग-अलग किस्मों के बारे में भी जान सकेंगे. गोरखपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ सब्जी वैज्ञानिक डॉ. एसपी सिंह के अनुसार इन केंद्रों से मिलने वाली जानकारी की मदद से किसान बाजार की मांग के अनुसार ज्यादा उपज देने वाली किस्मों की खेती कर सकेंगे . इसकी मदद से किसानों की आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी.
पोषक तत्वों का भंडार है आलू
आलू में मौजूद पोषष तत्व शरीर के लिए बेहद ही जरूरी हैं. इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन सी, बी 6, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फाइबर भरपूर मात्रा में होता है. आलू में मौजूद विटामिन सी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. पोटैशियम की मदद से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है. मैग्नीशियम, हड्डियों और मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. फाइबर से शरीर का पाचन सुधरता है. आलू में फास्फोरस, आयरन, जिंक, मैंगनीज, कैल्शियम और अन्य खनिज भी पाए जाते हैं. ये सभी शरीर के लिए उपयोगी हैं.