देश में फलों का उत्पादन बढ़ाने और क्वालिटी बेहतर करने के लिए क्लीन प्लांट बनाने की घोषणा की गई है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र में अनार, अंगूर और संतरा क्लीन प्लांट बनाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि देशभर में ऐसे 9 क्लीन प्लांट बनाए जाएंगे. कहा कि यहां इन पौधों की नर्सरी स्थापित करने के लिए किसानों को 3 करोड़ रुपये तक की मदद दी जाएगी.
विकसित खेती से विकसित भारत का निर्माण
विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज महाराष्ट्र के नारायणगांव में कृषि विज्ञान केंद्र में किसानों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया. किसानों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का संकल्प विकसित भारत है. विकसित भारत का निर्माण विकसित खेती और समृद्ध किसान के बिना नहीं हो सकता. विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत मैं अलग-अलग राज्यों में किसानों से मिलने उनके बीच पहुंच रहा हूं. लैब को लैंड से जोड़ना जरूरी है, इससे कई समस्याओं का समाधान हो जाएगा.
किसानों को सही दाम दिलाने पर जोर
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि अभियान के अंतर्गत हमारे वैज्ञानिक खेतों में जा रहे हैं, वे क्षेत्र के अनुसार कृषि का रोडमैप बनाएंगे और उसी दिशा में हम राज्य सरकार के साथ मिलकर खेती को ले जाने का काम करेंगे. किसानों को उनके फसल उत्पाद का दाम सही मिले, इसके लिए हमने बाजार हस्तक्षेप योजना (MIS) बनाई है. अगर कोई किसान अपने उत्पाद को कहीं बाहर बेचना चाहता है तो उसके ट्रांसपोर्टेशन का खर्च केंद्र सरकार देगी.
आधुनिक नर्सरी का होगा निर्माण
कृषि मंत्री ने बताया कि महाराष्ट्र में आधुनिक नर्सरी बनाई जाएगी. इस नर्सरी का इस्तेमाल वही लोग कर सकेंगे जो खेती के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हैं. बड़ी नर्सरी के लिए 3 करोड़ और मध्यम आकार वाली नर्सरी के लिए 1.5 करोड़ की सहायता राशि देने का फैसला किया गया है.
युवाओं से कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने की अपील
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश के युवाओं से कृषि क्षेत्र में आगे बढ़ने और नए-नए स्टार्टअप शुरू करने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि आज के युवा कृषि क्षेत्र में रुचि ले रहे हैं. नई-नई तकनीकों की मदद से कृषि क्षेत्र के विकास में मदद कर रहे हैं, साथ ही देश के कृषि क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने में भी मदद कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने किसानों को यह आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की हर परेशानी में उनके साथ खड़े हैं और मदद करने के लिए हमेशा तैयार हैं.