Maharashtra News: फसल नुकसान की मार झेल रहे महाराष्ट्र के किसानों को दिवाली से पहले बहुत बड़ी राहत मिली है. मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने किसानों के लिए राहत पैकेज का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने कैबिनेट बैठक के बाद घोषणा करते हुए कहा है कि बाढ़ और बारिश से प्रभावित किसानों को प्रति हेक्टेयर हजारों रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. इसके लिए महाराष्ट्र सरकार 31,628 करोड़ रुपये खर्च करेगी. साथ ही सीएम फडणवीस ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पीड़ित किसानों को नया घर बनाकर देने का भी ऐलान किया है. साथ ही सीएम ने कहा है कि मौसम की मार से जिन लोगों की दुकानों का नुकसान पहुंचा है, उन्हें 50 हजार रुपये की मदद दी जाएगी.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि इस साल प्रदेश में बहुत अधिक बारिश हुई. इससे कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. ऐसे में लाखों हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचा है. इससे गांव के रहने वाले लोग ज्यादा प्रभावित हुए हैं. ऐसे में हमारी सरकार ने किसानों को मुआवजा देने का काम किया. इसके अलावा अन्य तरीके से भी किसानों की मदद की जा रही है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के 253 तालुका में बारिश प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता दी जा रही है. खास बात यह है कि 18,000 करोड़ रुपये से अधिक का फसल बीमा पैकेज भी किसानों को दिया जाएगा.
68 लाख हेक्टेयर फसलों को नुकसान
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस सीजन में 1 करोड़ हेक्टेयर से अधिक रकबे में खेती की गई थी, जिनमें से लगभग 68 लाख हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचा है. यह मुआवजा पैकेज 29 जिलों और 253 तहसील में लागू होगा, जिसमें 2059 राजस्व मंडल शामिल हैं. उन्होंने कहा कि हम बाढ़ से क्षतिग्रस्त घरों के पुनर्निर्माण में मदद करेंगे. इसके साथ ही दुकानदारों और पशुधन के नुकसान को भी इस पैकेज में शामिल किया गया है. NDRF के नियमों के अनुसार पहले केवल 3 पशुओं तक का मुआवजा दिया जाता था, लेकिन हमने यह प्रावधान हटा दिया है और अब हर मृत पशु का मुआवजा दिया जाएगा.
फसल मुआवजा के लिए क्या है खास
- 6,175 करोड़ रुपये फसल नुकसान के लिए दिए जाएंगे.
- बाढ़ प्रभावित रबी किसानों को प्रति हेक्टेयर 10,000 रुपये अतिरिक्त मिलेगी. इसके लिए 6,500 करोड़ रुपये खर्चे किए जाएंगे.
- फसल बीमा राशि के तहत प्रत्येक किसान को लगभग 17,000 रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे.
- प्रति हेक्टेयर 47 हजार रुपये नकद सहायता दी जाएदी.
- मनरेगा के माध्यम से प्रति हेक्टेयर 3 लाख रुपये दिए जाएंगे.
- किसानों को दिवाली से पहले पूरी वित्तीय सहायता मिल जाएगी.