देश में बकरी पालन धीरे-धीरे बिजनेस बनता जा रहा है. अब पढ़े-लिखे युवा भी बकरी पालन में हाथ आजमा रहे हैं, क्योंकि केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें भी बकरी पालन को बढ़ावा दे रही हैं. सरकारें बकरी पालन करने के लिए लोगों को सब्सिडी दे रही हैं. ऐसे में बकरी पालन मुनाफे का कारोबार बनता जा रहा है. युवा बकरी के दूध और मांस बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. लेकिन अभी भी बहुत से लोगों को ये मालूम नहीं है कि बकरी को क्या खिलाएं कि उसका वजन तेजी से बढ़े और दूध का उत्पादन में भी ज्यादा हो जाए. तो आइए आज हम जानते हैं, बकरियों के लिए फायदेमंद वे चारे जिसे खिलाने के बाद दूध उत्पादन बढ़ जाएगा. साथ ही बकरियों का वजन भी तेजी से बढ़ेगा.
एक्सपर्ट के मुताबिक, गर्मी के मौसम में बकरियों के आहार में पेड़ों की हरी पत्तियां शामिल करना फायदेमंद रहेगा. इससे बकरियों की ग्रोथ तेजी से होगी और दूध उत्पादन भी बढ़ेगा. क्योंकि हरी पत्तियां बकरियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. हरी पत्तियों में मौजूद पोषक तत्व बकरियों के लिए काफी लाभकारी होते हैं. लेकिन हम बकरियों को किसी भी पेड़ के पत्ते को नहीं खिला सकते हैं. इससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर भी पड़ सकता है. इसलिए पत्तियां खिलाने से पहले एक्सपर्ट से सलाह ले लें.
आहार में शामिल करें ये हरी पत्तियां
अगर आप चाहें, तो बकरियों को मोरिंगा, जामुन, अमरूद, बेल, बबूल, आम और गिलोय की पत्तियां खिला सकते हैं. इन पत्तियों को खिलाने से बकरियां हेल्दी रहती हैं और उनका वजन तेजी से बढ़ता है. क्योंकि इन हरी पत्तियों में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. इससे बकरियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है. साथ ही उनका पाचन तंत्र भी मजबूत रहता है. ये पत्तियां किसी भी गांव में बकरी पालकों को आसानी से मिल जाएंगी.
तेजी से बढ़ेगा वजन
बता दें कि ये पत्तियां न सिर्फ बकरियों के लिए हल्दी आहार हैं, बल्कि एक तरह की आषधी भी हैं. नीम, जामुन और बेल में टेनिन कंटेंट और प्रोटीन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है. इन्हें खाने से बकरियों के पेट में कीड़े नहीं पड़ते हैं. ऐसे में उनका वजन तेजी से बढ़ता है. वहीं, बबुल और बरसीम की पत्तियों में अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. ये प्रोटीन भी बकरियों के विकास के लिए बेहद फायदेमंद हैं. वहीं, बकरियों को समय-समय पर पेट के कीड़ों की दवा देनी भी जरूरी है. डीवार्मिंग करने से बकरियों की ग्रोथ में लगभग 30 फीसदी तक वृद्धि देखी गई है.