राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है. सुबह के 10 बजते ही आसमान में तीखी धूप खिल जा रही है और गर्म हवाओं का दौर शुरू हो जाता है. इससे घर से निकलना मुश्किल हो गया है. लेकिन इस भीषण गर्मी का असर लोगों के हेल्थ पर भी देखने को मिल रहा है. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के स्वास्थ्य खराब हो रहे हैं. उल्टी और दस्त की शिकायतें ज्यादा आ रही हैं. इससे अस्पतालों में गांव से आने वाले किसान और मजदूर मरीजों की संख्या बढ़ गई है. लेकिन सबसे ज्यादा आंखों के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. लेकिन मरीजों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. अगर आप चिकित्सकों की सलाह को अपनाते हैं, तो इस गर्मी में बीमार पड़ने से बच सकते हैं.
गर्मी और धूल भरी आंधी के चलते आंखों में मौसम जनित दिक्कतें ज्यादा पैदा हो रही हैं. लेकिन गोरखपुर स्थित पूर्वांचल आई केयर सेंटर के नेत्र परीक्षण अधिकारी मोहम्मद शाहिद अंसारी का कहना है कि थोड़ी सी सावधानी अपना कर हम इस मौसम में बीमार होने से बच सकते हैं. उन्होंने ‘किसान इंडिया’ से बातचीत करते हुए कहा कि इस समय बढ़ती हुई तेज धूप के चलते आंखों में जलन, लालिमा और पानी आने की समस्या बढ़ती जा रही है. उनका कहना है कि आंखों में ये समस्याएं प्रदूषण के कारण आ रही हैं. क्योंकि आंधी और तेज हवा चलने की वजह से हवा में धूल के कण बढ़ गए हैं. इससे आंखों में ड्राइनेस की भी दिक्कतें आ रही हैं. लेकिन इन समस्याओं से बचने के लिए आंखों को ठंडे पानी से धोते रहें.
आंखों को ठंडे पानी से धो लें- डॉ. अंसारी
उन्होंने कहा कि घर से निकलने से पहले आंखों को ठंडे पानी से धो लें. इससे आंखों को काफी फायदा मिलेगा. इसके अलावा धूप में हमेशा sun glass पहनकर ही निकलें. इससे आंखों पर तेज धूप का असर नहीं पड़ेगा और आप बीमार होने से भी बचे रहेंगे. उन्होंने कहा कि धूप से बचने के लिए टोपी और मास्क जरूर लगाएं. इससे आप बीमार होने से बच पाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी को ज्यादा दिक्कत होती है, तो लापरवाही न बरतें, डॉक्टर से जांच जरूर करवा लें.
25 से 30 बच्चे अस्पताल में हो रहे भर्ती- डॉ. वी. सिंह ने
वहीं, मुरादाबाद में भी भीषण गर्मी के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं. वरिष्ठ चिकित्सा सलाहकार डॉ. वी. सिंह ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि गर्मी के चलते बच्चे ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं. वे टाइफाइड, बुखार, दस्त और सर्दी-खांसी की चपेट में अधिक आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके पीछे पोष्टिक और ताजा खाना नहीं खाना भी वजह है. उनके मुताबिक, बच्चों को बाहरी खाद्य सामाग्री खाने से रोकें. बच्चों को गर्मी और इसके असर से बचाने के लिए घर का बना खाना ही खिलाएं. उन्होंने कहा कि अस्पताल में रोज करीब 200 मरीज आ रहे हैं. इनमें 25-30 बच्चे अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं.
हर दिन आ रहे 2500 मरीज- डॉ. राजेंद्र
एसीएमएस जिला अस्पताल मुरादाबाद के डॉ. राजेंद्र ने कहा कि अस्पताल की ओपीडी में हर दिन करीब 2200 से 2500 मरीज अलग-अलग तरह की बीमारियों के साथ आते हैं. करीब 90-100 मरीज भर्ती भी होते हैं. गर्मियां शुरू हो गई हैं, लेकिन अभी तक बहुत ज्यादा असर नहीं हुआ है. इसे मैनेज किया जा सकता है. गर्मी के कारण उल्टी-दस्त के मरीज थोड़े बढ़े हैं.