केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को मिजोरम और नागालैंड को बड़ी सौगात दी. उन्होंने नागालैंड के कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए 380 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा की है. यह पैकेज किसानों की आय बढ़ाने, कृषि ढांचे को बेहतर करने और स्थानीय स्तर पर कृषि उत्पादन को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से दिया गया है. सरकार को उम्मीद है कि उसके इस विशेष पैकेज से किसानों को काफी फायदा मिलेगा. उनकी कमाई में बढ़ोतरी होगी.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को नागालैंड के पेरेन जिले के जलुकी में किसान मेले और पशुपालन कॉलेज के नए प्रशासनिक-शैक्षणिक भवन का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने राज्य के किसानों के लिए 380 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की. मंत्री चौहान ने नागालैंड सरकार से अपील की कि वह इस फंड का सही इस्तेमाल करने के लिए एक ठोस कृषि विकास योजना तैयार करे. उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि राज्य की कृषि तरक्की के लिए केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी.
क्या बोले केंद्रीय कृषि मंत्री
केंद्रीय कृषि मंत्री ने अपने पूर्वोत्तर दौरे के पहले दिन मिजोरम के थेनजोल में स्थित बागवानी महाविद्यालय के दो नए भवनों का वर्चुअल उद्घाटन किया. यह महाविद्यालय केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय से जुड़ा हुआ है. मंत्री ने यहां प्रशासनिक-अकादमिक भवन और पारगमन भवन का उद्घाटन किया. हालांकि, खराब मौसम के कारण कृषि मंत्री बागवानी महाविद्यालय नहीं पहुंच पाएं, लेकिन वर्चुअल माध्यम से ही उन्होंने भवनों का उद्घाटन कर अपनी शुभकामनाएं दीं. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं आज मिजोरम में थेनजोल आने वाला था लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर से थेनजोल पहुंचना संभव नहीं हो सका. इसके लिए मैं आपसे माफी चाहता हूं.
मिजोरम के कृषि उत्पादों को मिलेगा बढ़ावा
चौहान ने कहा कि मैं छात्रों और बेटे-बेटियों से भी बात करूंगा. मिजोरम अद्भुत प्रदेश है. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर को आगे बढ़ाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है. विकसित भारत के लिए विकसित मिजोरम और विकसित मिजोरम के लिए, विकसित खेती और समृद्ध किसान जरूरी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चाहे मिजोरम की फसलें हो, फल हो, पैशन फ्रूट्स हो, अदरक हो, हल्दी हो, गोभी हो, बैंगन हो और टमाटर इत्यादि हो सबका बहुत महत्व है. यहां के फूल की सुगन्ध सारी दुनिया को आकर्षित करती है. अब हमारा लक्ष्य है कि इन फसलों को केवल मिजोरम तक ही सीमित नहीं रहने देना है. इनकी मार्केटिंग, ब्राडिंग करके देश और दुनिया में भेजना है. इसमें हम कोई कमी नहीं छोड़ेंगे. हमें किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है.
1,500 से अधिक किसान हुए शामिल
केंद्रीय मंत्री चौहान ने सभी से मिजोरम राज्य को विकसित बनाने में सहयोग करने का आह्वान भी किया. इस अवसर पर मिजोरम के राज्यपाल जनरल (डॉ.) वीके सिंह, मुख्यमंत्री पु लालदुहोमा और विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. अनुपम मिश्रा भी उपस्थित रहें. इस कार्यक्रम में किसानों और केवीके की भागीदारी के साथ नवीनतम बागवानी विकास को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें 1,500 से अधिक किसानों ने भाग लिया.