फलों से लद जाएगा आम का पौधा, बस सितंबर के महीने में किसान जरूर कर लें ये 4 काम

आम की खेती करने वाले किसानों की यही कोशिश रहती है कि उन्हें अच्छा उत्पादन मिले ताकि बाजार में उन्हें अपनी उपज की अच्छी कीमत मिल सके. किसानों की मदद के लिए यूपी कृषि विभाग ने कुछ जरूरी टिप्स बताई हैं जिनके इस्तेमाल से किसान आम के पेड़ों से अच्छी पैदावार ले सकते हैं.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 5 Oct, 2025 | 11:30 PM

Mango Farming: सितंबर का महीना आम की खेती करने वाले किसानों के लिए बेहद ही खास और महत्वपूर्ण होता है. इन दिनों आम के पोधों को सही पोषण, खाद और पर्याप्त मात्रा में सिंचाई की जरूरत होती है. ताकि किसानों को अच्छी पैदावार मिले और रोगों और कीटों से भी पौधों को बचाया जा सके. सितंबर के महीने में आम के पौधों की सही देखभाल के लिए उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग ने किसानों के लिए जरूरी एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी के अनुसार, किसानों को बस जरूरी काम करने हैं और उनके आम के पौधे फलों से लद जाएगी.

समय पर करें पौधों की छंटाई

आम के पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी है कि किसान समय पर इनकी प्रूनिंग यानी छंटाई करें. ऐसा करने से न केवल पौधों की ग्रोथ में तेजी आती है बल्कि पेड़ ज्यादा स्वस्थ होते हैं. बता दें कि, पेड़ों की लंबाई और चौड़ाई में तालमेल बनाने के लिए इनकी छंटाई की जाती है. इसके अलावा किसानों को ये भी सलाह दी जाती है कि वे पुरानी और सूखी हुई शाखाओं को पेड़ से हटा देना चाहिए, ताकि पेड़ में पोषण सही जगह पर पहुंच सके. पेड़ की छंटाई करने के अपने अलग फायदे हैं, छंटाई करने के बाद आम के पेड़ों में नई कोपलें निकलती हैं जो कि अगले सीजन के लिए फल देने के लिए तैयार होती हैं और साथ ही रोग और कीट भी पौधों से दूर रहते हैं.

भरपूर मात्रा में दें खाद

सितंबर के महीने में आम के पेड़ों को अच्छी मात्रा में पोषण की जरूरत होती है. आम के पौधों के लिए आमतौर पर एनपीके (NPK) यानी नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम से भरपूर खाद को अच्छा माना जाता है. साथ ही कार्बनिक खाद के तौर पर गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट (Organic Farming) के इस्तेमाल से पेड़ों की जड़ों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है. खाद डालते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि खाद देने के बाद पौधों की सिंचाई जरूर करें. ताकि खाद अच्छी तरह से मिट्टी में घुलकर जड़ों तक पहुंच जाए.

जिंक और आयरन है बेहद जरूरी

एनपीके से भरपूर खाद का इस्तेमाल करने के साथ-साथ आम के पेड़ों को जिंक, बोरॉन और आयरन जैसे पोषक तत्व की भी जरूरत होती है. इन दिनों पौधों को एक्स्ट्रा पोषण देने के लिए घुलनशील उर्वरकों का इस्तेमाल करें. पत्तियों पर घुलनशील उर्वरकों के छिड़काव से पेड़ों को सूक्ष्म पोषक तत्व मिलते हैं. इन पोषक तत्वों के छिड़काव से पेड़ों की ग्रोथ को तो बढ़ावा मिलता ही है साथ ही फलों की क्वालिटी (Quality of Fruits) भी सुधरती है.

जरूरत के अनुसार करें सिंचाई

उत्तर प्रदेश कृषि विभाग (UP Agriculture Department) के अनुसार, बरसात के दिनों में आम के पेड़ों को एक्स्ट्रा सिंचाई की जरूरत नहीं होती है. इस समय किसानों को सिंचाई का खास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि जरूरत से ज्यादा सिंचाई करने से पेड़ सड़ सकते हैं और कम पानी देने से पौधे कमजोर हो सकते हैं. किसानों को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि बारिश के दिनों में आम के पेड़ के आसपास पानी न जमा हो.

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Published: 5 Oct, 2025 | 11:30 PM

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