अगर आप अपना छोटा बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और गांव में रहकर ही कमाई करना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है. दरअसल बिहार सरकार ने ‘समेकित मुर्गी विकास योजना’ के तहत लेयर मुर्गी पालन को बढ़ावा देने के लिए खास सब्सिडी योजना शुरू की है. चलिए जानते हैं इस योजना के क्या लाभ हैं और इस योजना का उद्देश्य क्या है?
कितना मिलेगा फायदा
अगर आप सामान्य वर्ग से हैं और 10,000 या 5,000 मुर्गियों वाला फार्म खोलना चाहते हैं तो सरकार आपको लागत पर 30 फीसदी तक अनुदान देगी. वहीं, अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति से होने पर ये सब्सिडी 40 फीसदी तक हो जाती है. इसके अलावा बैंक लोन लेने पर सरकार 4 साल तक ब्याज का 50 फीसदी हिस्सा भी चुकाएगी.
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मकसद यह है कि राज्य को अंडा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना और युवाओं को रोजगार के नए मौके देना. इस योजना के तहत आप लेयर मुर्गी फार्म शुरू कर सकते हैं, जिसमें अंडा देने वाली मुर्गियां पाली जाती हैं. सरकार इसमें निवेश करने वालों को मोटा अनुदान दे रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस काम से जुड़ें और गांवों में भी अंडा उत्पादन बढ़े.
योजना के फायदे
इस योजना से मिलने वाले लाभ इस तरह से हैं-
1. गांवों में रोजगार के अच्छे मौके
2. राज्य में अंडे की पैदावार बढ़ेगी
3. अंडे से मिलने वाला प्रोटीन लोगों को आसानी से मिलेगा
4. ग्रामीण युवाओं के लिए स्वरोजगार का सुनहरा मौका
कैसे करें आवेदन?
इस योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन मोड में करना होगा. योजना में उन्हीं लोगों को प्राथमिकता मिलेगी जिन्होंने मुर्गी पालन का प्रशिक्षण लिया है और जिनके पास जमीन या लीज पर जगह उपलब्ध है. आवेदन करते समय आपके पास जरूरी दस्तावेजों का होना आवश्यक है. जैसे कि मुर्गी पालन का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, आवास प्रमाण पत्र, पासबुक, लगान रसीद या भूमि लीज पेपर आदि का होना जरूरी होता है. इच्छुक व्यक्ति पशुपालन विभाग की वेबसाइट https://state.bihar.gov.in/ahd/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.