देसी मुर्गी पालन कम खर्च में शुरू किया जा सकता है और यह रोजाना कमाई का मजबूत जरिया बन सकता है. इसके लिए मजबूत और सुरक्षित बाड़ा बनाना, संतुलित और पोषक आहार देना और समय पर टीकाकरण कराना जरूरी है.
देश के कई हिस्सों में तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है, जिससे बकरी-भेड़ों की सेहत पर खतरा बढ़ रहा है. ऐसे में पशुओं को सुरक्षित रखना चैंलेंजिग का काम है.
पोल्ट्री फार्मिंग में सबसे बड़ा खतरा बर्ड फ्लू , जबकि स्वाइन फ्लू इंसानों को भी प्रभावित करता है. भारत में कम खतरनाक एवियन फ्लू (LPAI) वैक्सीन भी लॉन्च हो चुकी है, जो पोल्ट्री फार्म को सुरक्षित रखने में गेम चेंजर साबित हो रही है.
उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में H5N1 वायरस फैलने से भूमि सफारी बंद हो गई है. इस पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि वायरस तेजी से म्यूटेट हो सकता है, इसलिए बायो-सिक्योरिटी और सतर्कता बेहद जरूरी है.
फर्मेंटेड फीड मुर्गियों के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसे बनाने में सावधानी बेहद जरूरी है. जरा सी लापरवाही से यह फायदा नहीं, नुकसान देने लगती है.
गोरखपुर के पांच इलाकों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद प्रशासन ने 21 दिनों के लिए सभी जीवित पक्षी मंडियों को बंद कर दिया है. संक्रमित क्षेत्रों में एक किलोमीटर के दायरे में पक्षियों के नरसंहार और सैनिटाइजेशन अभियान तेजी से चलाया जा रहा है.