गलत चारा खिलाया तो बर्बाद हो जाएंगे चूजे! जानिए स्टार्टर और ग्रोवर फीड का सही समय

चूजों की सही ग्रोथ और अच्छी सेहत के लिए डाइट में बदलाव करना बेहद जरूरी है, नहीं तो उनके अंगों पर बुरा असर पड़ सकता है.

धीरज पांडेय
नोएडा | Published: 23 Jul, 2025 | 06:30 PM

चूजों की परवरिश में सही खान-पान बहुत जरूरी होता है. अगर शुरुआत में ही गलत फीड दी गई तो उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. कमजोर चूजे जल्दी बीमार पड़ते हैं और कई बार लिवर या किडनी तक खराब हो जाती है. ऐसे में मुर्गीपालकों को शुरुआत से ही सही जानकारी होनी चाहिए कि किस उम्र में कौन सा चारा देना है. चूजों की सही ग्रोथ के लिए क्या खिलाना चाहिए, कब कौन सा फीड देना है और परवरिश में किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ये जानना हर मुर्गीपालक के लिए बेहद जरूरी है.

जन्म के बाद पहले 6 हफ्ते बेहद अहम

चूजे जब अंडे से बाहर आते हैं तो पहले 6 हफ्ते तक उन्हें स्टार्टर फीड देना जरूरी होता है. यह फीड खासतौर पर छोटे चूजों के लिए तैयार की जाती है, जिसमें 20 से 24 फीसदी तक प्रोटीन होता है. इस फीड में वे सारे पोषक तत्व होते हैं जो चूजे की शुरुआती ग्रोथ के लिए जरूरी हैं.

मीडिया के एक रिपोर्टर के अनुसार, स्टार्टर फीड पचने में आसान होती है और चूजों को मजबूत बनाने का काम करती है. अगर इस उम्र में उन्हें कम प्रोटीन वाला चारा दे दिया जाए तो उनका विकास रुक सकता है और वो कमजोर रह जाते हैं. इसलिए शुरुआती 6 हफ्तों तक सिर्फ स्टार्टर फीड ही दें.

ग्रोवर फीड का समय और फायदे

जब चूजे 6 हफ्ते के हो जाएं, तब उनकी ग्रोथ के लिए ग्रोवर फीड देना जरूरी होता है. इसमें स्टार्टर फीड के मुकाबले कम प्रोटीन और कम कैल्शियम होता है. इसका मकसद ये होता है कि चूजों का वजन और शरीर की बनावट धीरे-धीरे और सही तरीके से बढ़े.

अगर आप समय पर ग्रोवर फीड  नहीं देते और चूजों को लंबे समय तक स्टार्टर फीड देते रहते हैं तो उनका लिवर और किडनी कमजोर हो सकता है. इससे चूजे जल्दी बीमार पड़ सकते हैं या उनकी मौत भी हो सकती है. इसलिए 6 से 20 हफ्ते की उम्र तक चूजों को सिर्फ ग्रोवर फीड ही दें. इससे उनकी ग्रोथ भी सही होगी और बीमारियों का खतरा भी कम रहेगा.

हर उम्र के चूजों के लिए अलग फीड जरूरी

मुर्गीपालन बहुत ही संवेदनशील काम होता है. इसमें चूजों को उनकी उम्र के हिसाब से सही खान-पान देना बहुत जरूरी है. अगर शुरुआत के 6 हफ्तों तक चूजों को 20 से 24 फीसदी प्रोटीन वाली स्टार्टर फीड दी जाए तो वे जल्दी विकसित होते हैं. वहीं, 6 से 20 हफ्ते तक के लिए ग्रोवर फीड 16 से 18 फीसदी प्रोटीन जरूरी होती है. इसके बाद अगर मुर्गियां अंडे देने वाली हैं तो उन्हें लेयर फीड देना चाहिए.

जो लोग पोल्ट्री फार्मिंग  कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं, उन्हें फीडिंग चार्ट का पालन जरूर करना चाहिए. बाजार में कई कंपनियों की तैयार फीड मिलती है, लेकिन हमेशा अच्छी ब्रांड चुनें और पशु चिकित्सक की सलाह लेते रहें. सही फीड देने से चूजे न केवल स्वस्थ रहेंगे, बल्कि ज्यादा अंडे और मांस देंगे, जिससे आपकी कमाई भी बढ़ेगी.

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