कम जोखिम में बड़ा मुनाफा, भेड़ पालन बन रहा किसानों के लिए भरोसेमंद कमाई का जरिया!

भेड़ पालन आज किसानों के लिए कम लागत में कमाई का मजबूत विकल्प बनता जा रहा है. सही नस्ल, थोड़ी देखभाल और नियमित रख-रखाव से यह काम लगातार आय देता है. ऊन, दूध और खाद से अतिरिक्त फायदा होता है. खेती के साथ भेड़ पालन किसान की आमदनी को स्थिर और सुरक्षित बना सकता है.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 14 Dec, 2025 | 08:32 PM

Sheep Farming : खेती के साथ-साथ अगर कोई ऐसा काम हो जाए, जो कम खर्च में लगातार कमाई देता रहे, तो हर किसान की चिंता आधी हो जाती है. आज के समय में कई किसान ऐसे ही नए रास्ते तलाश रहे हैं. भेड़ पालन उन्हीं विकल्पों में से एक है, जो सालों से गांवों में किया जा रहा है, लेकिन अब यह मुनाफे का मजबूत बिजनेस बनता जा रहा है. सही जानकारी और थोड़ी मेहनत से भेड़ पालन किसानों को लखपति तक बना सकता है.

क्यों फायदेमंद है भेड़ पालन

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भेड़ पालने  की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें लागत कम और फायदा ज्यादा होता है. भेड़ से सिर्फ दूध ही नहीं, बल्कि ऊन, चमड़ा और खाद भी मिलती है. भेड़ों का गोबर खेतों के लिए बढ़िया खाद बन जाता है, जिससे फसल की पैदावार भी सुधरती है. यही वजह है कि छोटे किसान भी बिना ज्यादा जोखिम के इस काम को शुरू कर सकते हैं. भेड़ हर मौसम में खुद को ढाल लेती है और ज्यादा देखभाल की जरूरत भी नहीं पड़ती.

सही नस्ल चुनना है सबसे जरूरी

अगर भेड़ पालन को बिजनेस  की तरह करना है, तो सही नस्ल का चुनाव बेहद जरूरी है. अच्छी नस्ल की भेड़ से ज्यादा और अच्छी क्वालिटी का ऊन मिलता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मंडिया, जैसलमेरी, मालपुरा, बीकानेरी, मारवाड़ी, छोटा नागपुरी, मैरिनो और कोरिडायल जैसी नस्लें ज्यादा लोकप्रिय हैं. ये भेड़ें तेजी से बढ़ती हैं और ऊन उत्पादन भी अच्छा देती हैं. शुरुआत में स्थानीय जलवायु के हिसाब से नस्ल चुनना समझदारी होती है.

कितनी लागत में शुरू होगा काम

भेड़ पालन की शुरुआत आप 10 से 15 भेड़ों से भी कर सकते हैं. एक भेड़ की कीमत  नस्ल के अनुसार करीब 3 हजार से 8 हजार रुपये तक होती है. भेड़ों के रहने के लिए बाड़ा बनाना जरूरी होता है. करीब 20 भेड़ों के लिए 500 वर्गफुट का बाड़ा काफी माना जाता है, जिस पर लगभग 30 से 40 हजार रुपये का खर्च आ सकता है. इसके बाद चारा और दवाइयों पर मामूली खर्च आता है.

कमाई और रख-रखाव का आसान तरीका

भेड़ का जीवनकाल करीब 8 साल तक होता है. इस दौरान यह नियमित रूप से ऊन देती है, जो बाजार में अच्छी कीमत पर बिकता है. इसके दूध और चमड़े से भी अतिरिक्त कमाई होती है. भेड़ शाकाहारी होती है और हरा चारा, घास व पत्तियां खाकर आसानी से पल जाती है. साफ-सफाई, समय पर टीकाकरण और रोज थोड़ा घुमाना भेड़ों को स्वस्थ रखता है. स्वस्थ भेड़ ही ज्यादा ऊन और बेहतर कमाई देती है. कुल मिलाकर, भेड़ पालन उन किसानों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो कम जोखिम में स्थायी आय चाहते हैं. सही जानकारी और धैर्य के साथ यह काम आपकी आमदनी का मजबूत सहारा बन सकता है.

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Published: 14 Dec, 2025 | 08:32 PM

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