स्मार्ट फार्मिंग से किसानों की बढ़ी कमाई, पहले 25 हजार कमाते थे अब 1 लाख रुपये कमा रहे

झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए उन्नत कृषि तकनीकों को अपानाने की जरूरत है. यह बात उन्होंने झारखंड में एक कृषि कार्यशाला के आयोजन के दौरान की

नोएडा | Updated On: 11 May, 2025 | 01:34 PM

आज देश के हर राज्य में किसान आधुनिक और उन्नत कृषि तकनीकों के इस्तेमाल से अच्छी कमाई कर रहे हैं. केंद्र और राज्य सरकारें भी किसानों की मदद करने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाती हैं. इसी कड़ी में झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए उन्नत कृषि तकनीकों को अपानाने की जरूरत है. यह बात उन्होंने झारखंड में एक कृषि कार्यशाला के आयोजन के दौरान की. जहां किसानों को राज्य के कृषि विभाग की अलग-अलग योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई.

1 लाख रुपये तक कमा रहे किसान

पीटीआई के हवाले से खबर है कि झारखंड की कृषि मंत्री नेहा शिल्पी तिर्की ने रांची में एक कृषि कार्यालय सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्धाटन किया. इस कार्यक्रम में राज्य के किसानों को झारखंड कृषि विभाग की अलग-अलग योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई. इसके साथ ही इस कार्यक्रम के तहत किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. इस दौरान कृषि मंत्रा ने बताया कि पहले किसानों को प्रति एकड़ औसतन 25,000 रुपये का लाभ मिलता था, लेकिन बदलती तकनीक और उन्नत कृषि तकनीकों के साथ, लाभ एक लाख रुपये तक पहुंच गया है.

क्या है उन्नत कृषि तकनीक

उन्नत कृषि तकनीक या स्मार्ट खेती ऐसी आधनिक तकनीकें होती हैं जिनकि मदद से किसान अपनी फसलों का उत्पादन बढ़ा सकते हैं. उदाहरण के तौर पर सेसर, ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि सब स्मार्ट खेती के ही उपकरण हैं. सेंसर की मदद से किसानों को मिट्टी की नमी, तापमान और पोषक तत्वों के बारे में जानकारी मिलती है. ड्रोन के इस्तेमाल से किसान फसल की निगरानी, कीटनाशकों का छिड़काव और सिंचाई के लिए कर सकते हैं. वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से फसलों में लगने वाले कीटों और रोगों का पहले से पता चल जाता है.

स्मार्ट खेती के फायदे

स्मार्ट खेती करने से किसानों को कई तरह के फायदे होते हैं. इसकी मदद से किसान फसलों के अच्छा उत्पादन कर सकते हैं , साथ ही पानी और संसाधनों की भी बचत कर सकते हैं. क्योंकि स्मार्ट खेती करने वाले उपकरणों से किसानों को खेती और फसल से जुड़ी सही जानकारी मिल जाती है इसलिए फसलों की गुणवत्ता भी बेहतर होती है. स्मार्ट खेती में फसलों पर कीटनाशकों का इस्तेमाल कम करना होता है . ऐसे में पर्यापरण तो शुद्ध रहता ही साथ ही किसानों की लागत में भी कमी आती है

Published: 11 May, 2025 | 01:34 PM