छत्तीसगढ़ के नक्सल इलाकों में डिजिटल क्रांति की तैयारी, लगेंगे 4000 नए BSNL टावर

डिजिटल कनेक्टिविटी से लोगों को घर बैठे कई सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा. स्कूलों को डिजिटल बनाया जा रहा है, जिससे छात्र JEE, NEET जैसी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कर सकें.

नई दिल्ली | Published: 28 Jul, 2025 | 12:06 PM

छत्तीसगढ़ के दूरदराज और नक्सल प्रभावित इलाकों में अब मोबाइल सिग्नल की गूंज सुनाई देगी. केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए यहां 4000 नए बीएसएनएल मोबाइल टावर लगाने की योजना बनाई है. इसका मकसद है इन इलाकों को डिजिटल भारत की मुख्यधारा से जोड़ना, लोगों को बेहतर संचार सुविधाएं देना और विकास के दरवाजे खोलना.

अब हर गांव तक पहुंचेगा नेटवर्क

द इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के अनुसार, टेलीकॉम और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने अपने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान यह जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि यह काम चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा और इसमें सुरक्षा एजेंसियों और वन विभाग से जरूरी मंजूरी ली जाएगी. इस परियोजना के तहत बीएसएनएल की 4जी सेवाएं इन दुर्गम क्षेत्रों में भी पहुंचेंगी.

पढ़ाई, इलाज और सरकारी योजनाओं तक सीधी पहुंच

डिजिटल कनेक्टिविटी से लोगों को घर बैठे कई सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा. स्कूलों को डिजिटल बनाया जा रहा है, जिससे छात्र JEE, NEET जैसी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कर सकें. इसके अलावा, दिव्यांग छात्रों के लिए भी खास सुविधाएं दी जा रही हैं, जिससे यह पहल और भी समावेशी बन सके.

मिशन मोड में विकास

डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि सरकार इन क्षेत्रों में विकास कार्यों को ‘मिशन मोड’ में आगे बढ़ा रही है. प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रामीण सड़क योजना जैसी योजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है.

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल

राज्यमंत्री ने सेल्फ हेल्प ग्रुप्स (SHGs) के काम की सराहना की और बताया कि उन्हें वित्तीय मदद, ट्रेनिंग और मार्केटिंग के नए अवसर मिल रहे हैं. खास बात यह है कि छत्तीसगढ़ में महिलाओं के लिए ‘पिंक ऑटो’ योजना जैसी पहल भी शुरू की गई है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें.