इस उर्वरक से पौधों को बनाएं बैक्टीरिया फ्री, तेजी से बढ़ेगी फसल और खूब होगा उत्पादन
ऑल राउंडर प्लस सूक्ष्म जीवों से बना एक माइक्रोबियल कंसोर्टिया है यानी ये एक ऐसा उर्वरक है जो कि फसलों के लिए जरूरी सूक्ष्मजीवों से बना हुआ है. इस जैविक उर्वरक के इस्तेमाल से मिट्टी की उर्वरक क्षमता में सुधार के साथ ही पौधों की जड़ें भी मजबूत बनती हैं.
फसलों के बेहतर उत्पादन के लिए बहुत जरूरी है कि उन्हें नियमित रूप से सही समय और सही मात्रा में पानी दिया जाए. इसके साथ ही बीज बुवाई से पहले बीजों का उपचार करना भी बेहद जरूरी है. लेकिन कई बार फसलों में जरूरत से ज्यादा पानी भर जाने पर या फिर संक्रमित बीजों के कारण फसल खराब होने लगती है और उनमें बैक्टीरिया और फफूंद लग जाती है. जिसके कारण न केवल फसल बर्बाद होती है बल्कि किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में किसान अपनी फसलों पर इफको ऑल राउंडर प्लस उर्वरक का इस्तेमाल कर सकते हैं. जो कि फसलों को फफूंद और बैक्टीरिया से बचाता है.
कैसे काम करता है ऑल राउंडर प्लस
ऑल राउंडर प्लस सूक्ष्म जीवों से बना एक माइक्रोबियल कंसोर्टिया है यानी ये एक ऐसा उर्वरक है जो कि फसलों के लिए जरूरी सूक्ष्मजीवों से बना हुआ है. इस जैविक उर्वरक के इस्तेमाल से मिट्टी की उर्वरक क्षमता में सुधार के साथ ही पौधों की जड़ें भी मजबूत बनती हैं. मुख्य तौर पर यह उर्वरक फसलों को बैक्टीरिया और फफूंद से बचाने का कम करता है. इसके साथ ही ये हवा से फैलने वाले रोगों से फसलों की सुरक्षा करता है. बता दें कि इसके इस्तेमाल से पौधों की उपज में भी बढ़ोतरी होती है साथ ही उपज की क्वालिटी में भी काफी सुधार आता है. किसान चाहें तो अपने नजदीकी इफको बाजार केंद्र पर जाकर इसे खरीद सकते हैं.
इस्तेमाल करने का तरीका
ऑल राउंडर प्लस का इस्तेमाल फसलों पर 3 तरह से किया जा सकता है. पहला मिट्टी को सुधारने के लिए, दूसरा स्प्रे विधि से और तीसरा फलों की क्वालिटी बढ़ाने के लिए.
- मिट्टी के लिए
मिट्टी में ऑल राउंडर प्लस का इस्तेमाल करने के लिए 1 टन गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट या फिर 200 किलोग्राम नीम खली में 1 से 2 लीटर ऑल राउंडर प्लस को मिलाएं. इसके बाद इस घोल को 15 से 20 दिनों के लिए ढक कर रख दें. ध्यान रहे कि इस घोल को 20 से 25 फीसदी नमी मिलती रहनी चाहिए. जब मिश्रण पूरी तरह तैयार हो जाए इसे 1 एकड़ जमीन पर बीजों की बुवाई से पहले डालें.
ऑल राउंडर प्लस से मिट्टी की संरचना में सुधार
- स्प्रे विधि में इस्तेमाल
स्प्रे विधि में ऑल राउंडर प्लस का इस्तेमाल करने के लिए बीजों की बुवाई के 10 से 15 दिन बाद प्रति लीटर पानी में 5 से 10 मिलीलीटर उर्वरका को मिलाकर फसलों पर छिड़काव करें. हर 10 से 15 दिन में फसलों पर इसका छिड़काव करें. पॉलीहाउस या किसी जाल के अंदर लगाई गई फसलों के लिए हर 4 से 5 दिन में छिड़काव करें. बेहतर रिजल्ट के लिए इस उर्वरक को नीरंज जेल के साथ मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं.
स्प्रे विधि से ऑल राउंडर प्लस का इस्तेमाल करें.
- फलों के लिए
फलों की क्वालिटी को बढ़ाने के लिए हर पेड़ पर 6 महीने में एक बार ऑल राउंडर प्लस में 5 से 10 किलोग्राम जैविक खाद को मिलाकर डालें.
फलों की क्वालिटी बढ़ाने के लिए करें इस्तेमाल
ऑल राउंडर प्लस के फायदे
खेतों में इफको ऑलराउंडर प्लस का इस्तेमाल करके मिट्टी की संरचना में सुधार आता है , साथ ही पोषक तत्वों की उपलब्धता भी बढ़ती है. इसकी खासियत है कि इसके इस्तेमाल से पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और जड़ों को मजबूत कर पौधों के तेज विकास में मदद मिलती है. बता दें कि फसलों को बचाने का ये एक जैविक और टिकाऊ तरीक है जिसकी मदद से फसल से अच्छी पैदावार मिलती है.