हरियाणा सरकार प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है. इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसी बीच हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने किसानों से पर्यावरण के अनुकूल खेती अपनाने की अपील की. उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगर प्राकृतिक खेती में उपज कम होती है, तो सरकार पिछले पांच साल की औसत उपज के आधार पर किसानों को मुआवजा देगी.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, वे कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम ‘फसल बीमा सप्ताह’ के मौके पर बोल रहे थे. इस कार्यक्रम में कृषि निदेशक राज नारायण कौशिक और संयुक्त निदेशक राजीव मिश्रा भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे. उन्होंने कहा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) राज्य के किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रही है. सिर्फ यमुनानगर जिले में ही अब तक 32 करोड़ रुपये से ज्यादा की बीमा राशि किसानों को दी जा चुकी है.
लाखों किसानों को योजना से हुआ लाभ
मंत्री राणा ने कहा कि इस योजना के तहत किसानों को बहुत ही कम प्रीमियम देना होता है और फसल खराब होने पर उन्हें अधिकतम मुआवजा मिलता है. उन्होंने कहा कि अब तक लाखों किसान इस योजना का लाभ ले चुके हैं. उन्होंने कहा कि अब किसान ऑनलाइन सिस्टम के जरिए फसल बीमा क्लेम कर सकते हैं, जिससे प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गई है.
तीन बीमा कंपनियां इस योजना को लागू कर रही
साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि जिन किसानों ने बैंक से लोन लिया है, उनके लिए फसल बीमा वैकल्पिक (अनिवार्य नहीं) है, जबकि बिना लोन वाले किसान भी इस योजना में अपनी इच्छा से शामिल हो सकते हैं. मंत्री राणा ने कहा कि फिलहाल हरियाणा में तीन बीमा कंपनियां इस योजना को लागू कर रही हैं. उन्होंने किसानों से अपील की कि सभी किसान 31 जुलाई से पहले अपना फसल बीमा जरूर करवा लें. वे यह काम कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर या अपने मोबाइल फोन से भी कर सकते हैं.
बेहतरीन सुझावों पर विचार करेगी सरकार
मंत्री श्याम सिंह राणा ने किसानों से कृषि नीतियों में सुधार के लिए सक्रिय भागीदारी की अपील की. उन्होंने कहा कि किसान खेती से जुड़ी व्यावहारिक और कारगर सुझाव सरकार को भेजें, सरकार बेहतरीन सुझावों पर विचार करके उन्हें लागू करेगी. कार्यक्रम के दौरान मंत्री राणा ने शहर के बस स्टैंड के ऊपर बनाए गए कृषि विभाग के नए कार्यालय का उद्घाटन भी किया. उन्होंने रिबन काटकर कार्यालय का शुभारंभ किया. इस मौके पर कृषि निदेशक राज नारायण कौशिक ने किसान कल्याण के क्षेत्र में मंत्री राणा के योगदान के लिए उन्हें एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया. यह पूरा कार्यक्रम यमुनानगर के उप निदेशक कृषि आदित्य प्रताप डबास की देखरेख में आयोजित किया गया.