इस दवा से करें मिट्टी का उपचार.. पौधों की जड़ें बनेंगी स्वस्थ, जल्द तैयार होगी फसल

खेत की स्वस्थ मिट्टी से पौधों की तेज ग्रोथ होती है. मिट्टी को बढ़िया करने के लिए नई दवा आई है, जो फफूंद और निमेटोड जैसे रोगों से फसल का बचाव करती है.

नोएडा | Updated On: 14 May, 2025 | 11:24 PM

किसी भी फसल के विकास के लिए बहुत जरूरी है कि पौधों की जड़ें और मिट्टी दोनों ही स्वस्थ हों और उनमें रोग या कीट न लगें. लेकिन फसलों की सुरक्षा से जुड़ी सही जानकारी न होने के कारण और कभी-कभी किसानों की लापरवाही के कारण फसलों में रोग हो जाते हैं जिनके कारण फसलें बर्बाद हो जाती हैं और उनकी ग्रोथ रुक जाती है. ऐसे में किसान इफको की दवा का इस्तेमाल कर फसलों को सुरक्षित कर सकते हैं. हम बात कर रहे हैं इफको की त्रिगुण 3-इन- 1 की . इसके इस्तेमाल से न केवल खेत की मिट्टी स्वस्थ होती है बल्कि फफूंद और निमेटोड से होने वाले रोगों से बचाव भी होता है. तो चलिए जानते हैं कि कैसे काम करती है ये दवा.

त्रिगुण 3-इन- 1 कैसे करता है काम

त्रिगुण 3-इन- 1 एक ऐसा जैविक कीटनाशक है जिसके इस्तेमाल से फसलों में मिट्टी से होने वाले फफूंदजनित और निमाटोड रोगों से बचाव करता है. इसके इस्तेमाल से खेत की मिट्टी भी स्वस्थ होती है. जिसकी मदद से पौधों की जड़ें मजबूत होती है और आपको केमिकल कीटनाशकों की भी इस्तेमाल कम करना पड़ता है. त्रिगुण 3-इन- 1 की मदद से पौधे की जड़ों का तेजी से विकास होता है , साथ ही पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

Fertilizer

IFFCO Trigun 3-in-1 makes crop stronger

ऐसे करें दवा का इस्तेमाल

त्रिगुण 3-इन- 1 हर तरह की फसलों, सब्जियों और फलों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. एक एकड़ फसल के लिए 5 मिली प्रति लीटर पानी , 75 मिली प्रति 15 लीटर पंप और 750 मिली प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें. इसके इस्तेमाल से उपज की गुणवत्ता और मात्रा में भी सुधार होता है.

क्या हैं त्रिगुण 3-इन- 1 के फायदे

फसलों पर इसके इस्तेमाल से मिट्टी से होने वाले रोगों को रोका जा सकता है जैसे फफूंद, जीवाणु और निमाटोड से होने वाले रोग. ये दवा सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचकर उन्हें मजबूत बनाते है, जिससे पौधों की ग्रोथ तो तेज होती ही है साथ ही पौधे मजबूत भी बनते हैं. त्रिगुण 3-इन- 1 की मदद से फसलों को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं. किसान इस दवा का इस्तेमाल करके अपनी फसलों को आसानी से सुरक्षित कर सकते हैं. किसान चाहें तो अपने नजदीकी इफको केंद्र बाजार से इसे खरीद सकते हैं.

Published: 15 May, 2025 | 09:00 AM