UP में 13 लाख बेसहारा गायों को मिलेगा भरपूरा चारा, सरकार 850 रुपये क्विंटल खरीद रही भूसा

उत्तर प्रदेश सरकार ने आवारा पशुओं के लिए भूसे की कमी दूर करने के लिए खास अभियान शुरू किया है. इस साल 88.74 लाख क्विंटल भूसा इकट्ठा करने का लक्ष्य है, जिसमें से 70 फीसदी खरीदा जाएगा और 30 फीसदी दान से जुटेगा.

नोएडा | Updated On: 11 May, 2025 | 03:28 PM

उत्तर प्रदेश में हर साल की तरह किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं की खरीद जारी है. लेकिन इस बार सरकार साथ-साथ पराली को भी खरीद रही है. सरकार की इस कोशिश से गेहूं की पराली की मार्केट में मांग बढ़ गई है. क्योंकि राज्य सरकार इसे बड़ी मात्रा में खरीद रही है, ताकि आवारा पशुओं के लिए बनाए गए गौ-संरक्षण केंद्रों में सालभर चारे की कोई कमी न हो. यूपी सरकार ने करीब 13 लाख बेसहारा गायों के लिए भूसे की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के मकसद से एक विशेष भूसा संग्रह अभियान शुरू किया है. ये गायें राज्यभर में फैले 7,500 से ज्यादा संरक्षण केंद्रों में रखी गई हैं.

इस पहल की शुरुआत कुछ साल पहले हुई थी, जब योगी आदित्यनाथ सरकार ने आवारा गायों को संरक्षित करने का निर्णय लिया और उनके लिए चारा जुटाना एक बड़ी चुनौती बन गया था. अतिरिक्त निदेशक (गाय) एसके अग्रवाल ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि 15 अप्रैल से शुरू हुआ भूसा संग्रह अभियान 31 मई तक चलेगा. इसका मकसद दान और खरीद दोनों तरीकों से भूसा इकट्ठा करना है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य का लक्ष्य करीब 88,73,993.88 क्विंटल भूसा इकट्ठा करने का है, जो सालभर की अनुमानित जरूरत 1,47,89,989 क्विंटल का लगभग 60 फीसदी है.

26,62,198.16 क्विंटल भूसा दान के जरिए जुटाया जाएगा

इस लक्ष्य में से 30 फीसदी यानी करीब 26,62,198.16 क्विंटल भूसा दान के जरिए जुटाया जाएगा, जबकि बाकी 70 फीसदी यानी 62,11,795.72 क्विंटल भूसा सरकार द्वारा खरीदा जाएगा. अग्रवाल ने कहा कि पशुपालन विभाग टेंडर के जरिए भूसा 850 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद रहा है. 28 अप्रैल तक करीब 2.31 लाख क्विंटल भूसा इकट्ठा किया जा चुका है, जो कुल लक्ष्य का लगभग 25.98 फीसदी है. इसमें दान से जुटाया गया भूसा अपने लक्ष्य का 12.61 फीसदी है, जबकि खरीदी गई मात्रा 31.71 फीसदी तक पहुंच चुकी है.

2,000 करोड़ रुपये का बजट तय किया

पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने बुधवार को एक बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि भूसा संग्रह का लक्ष्य हर हाल में पूरा किया जाए, ताकि सालभर आवारा पशुओं को चारे की कोई कमी न हो. हर साल इकट्ठा किया गया भूसा जिलों में बने ‘भूसा बैंक’ में जमा किया जाता है, जहां से जरूरत के हिसाब से पूरे साल इसका इस्तेमाल किया जाता है. योगी सरकार ने साल 2025-26 में सिर्फ चारे पर खर्च के लिए 2,000 करोड़ रुपये का बजट तय किया है.

Published: 11 May, 2025 | 03:24 PM