फसल बुवाई ने पकड़ी रफ्तार.. धान, दलहन और गन्ना सहित इन फसलों के रकबे में बढ़ोतरी

इस खरीफ सीजन में धान, दालें और तिलहन की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है, जबकि कपास की बुवाई थोड़ी घटी है. तेज गर्मी और खराब मौसम के कारण मजदूर धान की रोपाई से हिचक रहे हैं.

नोएडा | Updated On: 17 Jun, 2025 | 10:37 PM

मॉनसून के जल्दी आने से फसल बुवाई भी तेजी से हो रही है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस बार खरीफ सीजन में अब तक धान की बुवाई पिछले साल के मुकाबले 13 फीसदी ज्यादा रकबे में हुई है. अभी तक कुल 4.53 लाख हेक्टेयर में धान बोया गया है, जबकि पिछले साल इसी समय तक 4 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी. खास बात यह है कि दालों की बुवाई का भी रकबा बढ़ा है. यह 2.6 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 3.07 लाख हेक्टेयर हो गया है.

कृषि विभाग ने फसल बुवाई की ये रिपोर्ट मंगलवार यानी 17 जून को जारी की. इस रिपोर्ट में 13 जून 2025 तक खरीफ फसलों की बुवाई का आंकड़ा दिया गया है. जहां दाल बुवाई के रकबे में बढ़ोतरी हुई है, वहीं श्री अन्न (मोटे अनाज) की बुवाई लगभग समान रही है. इस साल अब तक 5.89 लाख हेक्टेयर, जबकि पिछले साल इसी समय तक 5.9 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी.

तिलहन के रकबे में बढ़ोतरी

खाद्य अनाज के अलावा फसलों की बात करें तो इस बार तिलहनों (ऑयलसीड्स) की बुवाई बढ़कर 2.05 लाख हेक्टेयर हो गई है, जबकि पिछले साल इसी समय तक यह 1.5 लाख हेक्टेयर थी. गन्ने की बुवाई में भी हल्की बढ़त हुई है. इस साल अब तक 55.07 लाख हेक्टेयर में गन्ना बोया गया है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 54.88 लाख हेक्टेयर था.

13.19 लाख हेक्टेयर में कपास की बुवाई

बात अगर कपास की करें तो इसकी बुवाई में थोड़ी कमी आई है. इस बार 13.19 लाख हेक्टेयर में कपास बोया गया है, जबकि पिछले साल इसी समय तक 13.28 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी. कुल मिलाकर, अब तक सभी खरीफ फसलों की कुल बुवाई का रकबा बढ़कर 89.29 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले साल के 87.81 लाख हेक्टेयर के मुकाबले थोड़ा अधिक है.

गर्मी से मजदूर परेशान

वहीं, कुछ दिन पहले खबर सामने आई थी कि पंजाब में तेज गर्मी ने किसानों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. खेतों में काम करने वाले मजदूर तेज धूप में धान की रोपाई करने से हिचक रहे हैं, जिससे बुवाई का काम प्रभावित हो रहा है. 5 जून से मौसम लगातार खराब बना हुआ है, जिससे मजदूरी की लागत भी बढ़ गई है. किसान संगठनों के मुताबिक, सरकार ने इस साल रोपाई की तारीख 1 जून कर दी थी, लेकिन गर्म मौसम के कारण बुवाई की रफ्तार धीमी रही है.

Published: 18 Jun, 2025 | 06:50 AM