किसानों की उपज को अधिक दाम में खरीदने के लिए गुजरात सरकार ने अन्नदाताओं से कहा है कि वह पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा लें. खराब होने के बाद पोर्टल को फिर से अपडेट करके शुरू किया गया है. किसानों को उपज की कीमत तय न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी के आधार पर दी जाएगी. राज्य के कृषि मंत्री ने किसानों से कहा है कि वह एमएसपी पर अपनी उपज बिक्री के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 15 सितंबर से पहले जरूर करा लें.
गुजरात में समर्थन मूल्य पर मूंगफली, मूंग, उड़द और सोयाबीन की खरीद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 1 सितंबर से शुरू हो गया है. गुजरात के कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने कहा कि गुजरात में समर्थन मूल्य पर मूंगफली, मूंग, उड़द और सोयाबीन की खरीद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण पिछली तिथि से शुरू हो गया है. रजिस्ट्रेशन के लिए ट्रैफिक बढ़ने के चलते पोर्टल क्रैश हो गया था, जिसे अपडेट करके फिर से शुरू किया गया है.
किसानों से कहा गया है कि वह अपनी उपज बिक्री के लिए ई-समृद्धि पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन जरूर करा लें. किसानों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 15 सितंबर अंतिम तिथि बताई गई है. 1 सितंबर को रजिस्ट्रेशन के लिए खुला पोर्टल एक साथ कई किसानों के जरिए खरीफ फसलों की खरीद के लिए पंजीकरण कराने के चलते लोड बढ़ने पर क्रैश हो गया था, जिसे अब फिर से चालू करा दिया गया है.
पिछले साल के आंकड़ों पर मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 8.53 लाख से अधिक किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 16,223 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की रिकॉर्ड 23.47 लाख मीट्रिक टन फसलें खरीदी थीं. इस वर्ष भी सरकार खरीफ फसलों की पर्याप्त खरीद करेगी. कृषि मंत्री ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो शेष किसानों के लिए समय सीमा आगे बढ़ाई जाएगी. ताकि कोई भी किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पाने से वंचित न रह जाए. उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि उन्हें पंजीकरण के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा, ताकि किसान मित्र अनावश्यक रूप से भागदौड़ न करें और सहयोग करें.
किसानों को कितना मिलेगा भाव
मूंगफली: 7263 रुपये प्रति क्विंटल
मूंग: 8768 रुपये प्रति क्विंटल
उड़द: 7800 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन: 5328 रुपये प्रति क्विंटल