सपने में भी फसल बर्बाद करने से डरेंगी नीलगाय, खेत में बालू से बने इस देसी दवाई का करें छिड़काव

गेहूं समेत कई फसलों की शुरुआती अवस्था में नीलगाय भारी नुकसान पहुंचा रही है. इससे किसानों की पैदावार और आमदनी पर खतरा बढ़ गया है. हालांकि मट्ठा मिश्रण, गोमूत्र, लहसुन, सुगंधित पौधे और राख जैसे देसी उपाय अपनाकर किसान नीलगाय को खेतों से दूर रख सकते हैं.

नोएडा | Updated On: 30 Dec, 2025 | 02:04 PM

Wheat Farming: पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में गेहूं की बुवाई पूरी हो गई है. कई किसान गेहूं की पहली और दूसरी सिंचाई कर रहे हैं. इसके साथ ही गेहूं के खेतो में नीलगाय का आतंक भी बढ़ गया है. इससे फसल बर्बाद हो रही है. किसानों का कहना है कि गेहूं की अभी शुरुआती ग्रोथ है. अगर इसी समय फसल बर्बाद हो जाती है, तो पैदावार में भारी गिरावट आ जाएगी. ऐसे में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा. लेकिन नीलगाय से परेशान किसानों को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम कुछ एसे देसी उपाय के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं, जिससे अपनाते ही नीलगाय गेहूं के खेत के आसपास में नहीं फटकेंगे.

दरअसल, इस समय गेहूं, चना, मटर और मक्का सहित कई सब्जियां अभी प्रारंभिक स्टेज में है. इस दौरान उनकी पत्तियां बहुत मुलायम होती हैं. जबकि, नीलगाय को फसलों की मुलायम पत्तियां ही खाना पसंद है. इसलिए नीलगाय अभी खेतों में फसलों को ज्यादा बर्बाद कर रहे हैं. लेकिन किसान अपनी फसल बचाने के लिए कुछ आसान घरेलू उपाय कर सकते हैं.

बहुत काम की चीज है छाछ

किसान नीलगाय से फसल को बचाने के लिए मट्ठे के मिश्रण का भी खेत में छिड़काव कर सकते हैं. इसके लिए मट्ठे में प्याज और बालू मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें. इस मिश्रण पर फसलों का छिड़काव करने से नीलगाय गेहूं के खेत  के आसपास भी नहीं भटकेगी. क्योंकि इस मिश्रण की गंध से भी नीलगाय खेत के पास नहीं आती. अगर किसान चाहें, तो गेहूं और अन्य फसलों को नीलगाय से बचाने के लिए देसी गाय के मूत्र का भी खेत में छिड़काव कर सकते हैं, क्योंकि इसकी गंध नीलगाय को खेतों के पास आने नहीं देती. इसके अलावा, फसल के चारों तरफ लहसुन के पौधे लगाने से भी नीलगाय दूर रहती है और फसल सुरक्षित रहती है.

खेत की मेढ़ पर लगा दें ये सुगंधित पौधे

जंगल के पास वाले खेतों में करौंदा, तुलसी, मेंथा या लेमन ग्रास जैसे सुगंधित पौधे  लगाना फायदेमंद होता है. इन पौधों की खुशबू से नीलगाय और अन्य जंगली जानवर खेतों में नहीं घुसते. कृषि एक्सपर्ट के अनुसार, लकड़ी जलने के बाद बची राख को ठंडा करके गेहूं, चना और मटर की फसलों पर छिड़कने से नीलगाय फसल से दूर रहती है. राख की गंध नीलगाय को पसंद नहीं आती, इसलिए वह खेत में नहीं आती. साथ ही नीलगाय से बचने के लिए झटका मशीन का उपयोग भी किया जा सकता है, लेकिन यह खतरनाक है और इससे जानवरों की मौत हो सकती है. इसलिए किसानों को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

Published: 30 Dec, 2025 | 02:00 PM

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