10 दिन बाद भी किसानों को नहीं मिल रहे टोकन, मिलर्स प्रति क्विंटल 6 किलो धान की कर रहे कटौती
संबलपुर में धान खरीद प्रक्रिया टोकन की देरी से प्रभावित है. कई किसानों को टोकन नहीं मिले या अधूरे मिले, जबकि मिलरों द्वारा कटौती की शिकायतें भी बढ़ी हैं. ठंड और हाथियों के खतरे के बीच किसान मंडियों में रातभर पहरा दे रहे हैं. प्रशासन ने टोकन जारी करने की प्रक्रिया तेज करने का आश्वासन दिया है.
Odisha News: ओडिशा के संबलपुर जिले के किसान टोकन की देरी से परेशान हैं, जिससे धान खरीदी शुरू होने के 10 दिन बाद भी काम सुचारु नहीं चल पा रहा है. ऐसे में जिला किसान सुरक्षा संगठन ने प्रशासन को गुरुवार रात तक सभी समस्याएं सुलझाने की चेतावनी दी है. साथ ही कहा है कि ऐसा न होने पर शुक्रवार को तीन प्रमुख चौराहों पर विरोध होगा. किसानों का आरोप है कि मंडी खुलने से कुछ घंटे पहले ही टोकन जारी किए गए, जिससे केवल 49,333 किसानों को ही पहले दिन टोकन मिल पाए.
हालांकि, कई किसानों को टोकन नहीं मिला और कई को अधूरी मात्रा के टोकन जारी हुए. उनका कहना है कि इस बार स्थिति पिछले वर्षों से भी बदतर है और कई मंडियों में धान की बोरियां बिना खरीदी के पड़ी हुई हैं, क्योंकि किसान टोकन का इंतजार कर रहे हैं. चौंरापुर मंडी में तो हालात और खराब हैं. धरने के कारण धान से भरे वाहन दो दिनों से खड़े हैं. किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा कटौती न करने का आश्वासन देने के बावजूद मिलर प्रति क्विंटल 4 से 6 किलो की कटौती कर रहे हैं, जिससे वे धान बेच नहीं पा रहे हैं.
पंजीकरण कराने के बाद भी नहीं मिले टोकन
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कई किसानों ने शिकायत की है कि पंजीकरण कराने के बाद भी उन्हें टोकन नहीं मिले. सर्द रातों में बढ़ती ठंड और हाथियों की गतिविधि के डर से कई किसान अपने धान की रखवाली के लिए रातभर मंडी के पास जागने को मजबूर हैं. किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि बार-बार शिकायत और उम्मीदों के बावजूद अब तक हालात नहीं बदले हैं. उन्होंने जिला प्रशासन से टोकन जारी करने की देरी तुरंत दूर करने की मांग की है.
2,80,200 टन धान खरीदने लक्ष्य
इस खरीफ सीजन में 65,143 किसानों से कुल 2,80,200 टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है. मुख्य नागरिक आपूर्ति अधिकारी सुभोज होटा ने कहा कि सभी पंजीकृत किसानों के लिए 80,000 से 85,000 टोकन जारी किए जाएंगे, जिनमें से बुधवार तक 53,871 टोकन जारी किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि सत्यापन चल रहा है, इसलिए टोकन चरणबद्ध तरीके से जारी हो रहे हैं और जिला कलेक्टर को समस्या से अवगत करा दिया गया है ताकि प्रक्रिया तेज की जा सके.
किसानों ने किया सड़क जाम
वहीं, कल खबर सामने आई थी कि बड़गड़ जिले के गोधभगा इलाके में किसान टोकन मिलने में देरी और धीमी खरीद प्रक्रिया से नाराज हो गए. नाराज किसानों ने विरोध करते हुए NH-53 पर धान की बोरियां फैलाकर सड़क जाम कर दिया. सुबह करीब 11 बजे अधिकारियों और किसान नेताओं की बातचीत असफल होने के बाद किसानों ने हाईवे पर ही अपना धान उतार दिया और ट्रैक्टरों से रोड ब्लॉक कर दिया. किसानों का कहना है कि मंडियां ठीक से नहीं चल रही हैं और टोकन न मिलने से वे परेशान हैं.