देश में बढ़ती खाद्यान्न की मांग के साथ-साथ अनाज के उत्पादन में भी बढ़ोतरी हो रही है, क्योंकि फसलों के रकबे में भी इजाफा दर्ज किया गया है. आंकड़े के मुताबिक, धान के रकबे में 6 फीसदी की वृद्धि हुई है. जबकि, मक्के का उत्पादन 11 फीसदी बढ़ा है. हालांकि, इस बार पंजाब सहित कई राज्यों में रिकॉर्ड तोड़ गेहूं की खरीद हुई है. पंजाब ने तो गेहूं खरीद टारगेट 124 लाख टन के आंकड़े को पार भी कर लिया है. राज्य में 124.33 लाख टन गेहूं की खरीदी की गई है.
बात अगर धान की करें, तो खरीफ सीजन 2023 की तुलना में 2024 में इसके रकबे में 6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. खास बात यह है कि देश के अंदर सबसे अधिक धान और मक्के के क्षेत्रफल में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. धान के बाद मक्के के रकबे में 1.3 फीसदी का इजाफा हुआ है. इसका मुख्य कारण पिछले साल अच्छे मॉनसून होना है. अच्छी बारिश की वजह से कई राज्यों में भूजल स्तर बढ़ा और जलाशयों की स्थिति में सुधार हुई. ऐसे में पानी की उपलब्धता बढ़ने से किसानों ने बड़े स्तर पर धान और मक्के की बुवाई की. इससे उत्पादन में बढ़ोतरी हुई. यही वजह है कि 2024-25 खरीफ सीजन में दलहन- तिलहन के उत्पादन में बढ़ोत्तरी की उम्मीद जताई गई है.
धान उत्पादन का टारगेट
केंद्र सरकार ने फसल सीजन 2024-25 के लिए धान का लक्ष्य 1,470 लाख टन तय किया है. जबकि, गेहूं का उत्पदान का टारगेट 1,170 लाख टन है. वहीं, दलहन का उत्पादन टारगेट बढ़ने की उम्मीद है. पिछले साल खाद्यान का लक्ष्य 3,410 लाख टन था. उसे बढ़ाकर इस बार 3,540 लाख टन रखा गया है.
273 लाख टन हुई गेहूं की खरीद
बता दें कि 4 मई तक पूरे देश में 273 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका है, जो पिछले साल की कुल खरीद 266 लाख टन से ज्यादा है. जबकि, पिछले साल इसी अवधि में 231.3 लाख टन गेहूं खरीदा गया था. हालांकि, कृषि मंत्रालय ने 2024-25 फसल वर्ष के लिए रिकॉर्ड 1,154.3 लाख टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है. हालांकि, मध्य प्रदेश में खरीद लक्ष्य 60 लाख टन से बढ़ाकर 80 लाख टन कर दिया गया है, जिससे देशभर का नया लक्ष्य 332.7 लाख टन हो गया है. मध्य प्रदेश में अब तक 72.7 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 38.9 लाख टन था.