हरियाणा में बड़ा धान घोटाला, दो चावल मिलों के 7 बैंक खाते फ्रीज.. पुलिस ने तेज की जांच
करनाल में धान खरीद घोटाले की जांच तेज हो गई है. असंध की दो चावल मिलों में 24,431 क्विंटल धान की कमी पर मालिकों को गिरफ्तार किया गया और सात बैंक खाते फ्रीज हुए. SIT व्यापक जांच कर रही है, जिसमें मिलर्स, आढ़तियों और अधिकारियों की मिलीभगत के संकेत मिले हैं.
Haryana Paddy Purchase: हरियाणा के करनाल में पुलिस ने कथित करोड़ों रुपये के धान खरीद घोटाले की जांच तेज कर दी है. कहा जा रहा है कि असंध स्थित दो चावल मिलों के सात बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार इन खातों में करीब 85 लाख रुपये जमा थे, जिन्हें जांच के तहत जब्त कर लिया गया है. यह कदम तब उठाया गया जब असंध की दो चावल मिलों में स्टॉक की बड़ी गड़बड़ी पाई गई. हैफेड अधिकारियों और मुख्यमंत्री की फ्लाइंग स्क्वॉड ने 4 और 5 नवंबर को फिजिकल वेरिफिकेशन के दौरान 24,431 क्विंटल धान की कमी दर्ज की, जिसकी कीमत करीब 6.31 करोड़ रुपये थी.
मिल के दोनों मालिकों को गिरफ्तार कर लिया गया
11 नवंबर को असंध पुलिस स्टेशन में श्रीय राधे राधे राइस मिल के मालिक तरसेम कुमार और अग्रवाल राइस मिल के मालिक शिशपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. यह शिकायत हैफेड के डीएम किर्पाल दास ने दी थी. जांच में श्रीय राधे राधे राइस मिल में 15,520.71 क्विंटल और अग्रवाल राइस मिल में 8,910.53 क्विंटल धान की कमी पाई गई. पुलिस ने मिल के दोनों मालिकों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है.
पुलिस बैंक खाते भी फ्रीज करने की तैयारी कर रही है
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अब ऐसे अन्य आरोपियों के बैंक खाते भी फ्रीज करने की तैयारी कर रही है, जो इसी तरह के मामलों में शामिल हैं. अब तक अलग-अलग थानों में छह एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं, जिनमें मिलर्स, आढ़तियों, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के कर्मचारियों और खरीद एजेंसियों के बीच गहरे संबंधों का खुलासा हुआ है.
डीएसपी की अगुवाई में कई पहलुओं की जांच कर रही है
पुलिस को शक है कि इस कथित संगठित नेटवर्क में और भी कई अधिकारी शामिल हैं. एक विशेष जांच टीम (SIT) डीएसपी की अगुवाई में कई पहलुओं की जांच कर रही है. करनाल, घरौंडा, असंध, तरावड़ी, इन्द्री, निसिंग, निगधु और जूंडला के आठ अनाज बाजारों में इस साल और पिछले साल के आगमन में अंतर की जांच की जा रही है.
निलंबित मंडी सुपरवाइजर की इलाज के दौरान मौत
अधिकारियों का मानना है कि बड़े पैमाने पर प्रॉक्सी खरीद की गई, ताकि अन्य राज्यों से धान और पीडीएस चावल को कस्टम–मिल्ड राइस (CMR) के नाम पर समायोजित किया जा सके. अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें निलंबित मंडी सुपरवाइजर पंकज तुली भी शामिल हैं, जिनकी बाद में पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान मौत हो गई.