Punjab Agriculture News: पंजाब सरकार ने बठिंडा और मानसा में पंजाब स्टेट सिविल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड (PUNSUP) के पांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. इन पर फर्जी बिल बनाकर गोदामों का किराया दिखाने और उस पैसे को हड़पने का आरोप है. कहा जा रहा है कि विभागीय खातों से कई बार पैसे निकाले गए. जांच में पता चला कि अधिकारियों ने धान भंडारण के भी फर्जी रिकॉर्ड बनाए, जबकि असल में गोदामों में कोई स्टॉक रखा ही नहीं गया था.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, फर्जी बिलों में गोदाम का नाम तक नहीं था, फिर भी सीनियर अधिकारियों ने पेमेंट पास कर दिया. इस घोटाले का मास्टरमाइंड संदीप कुमार को माना जा रहा है, जो मानसा में वरिष्ठ सहायक (अकाउंट्स) के पद पर तैनात था. मानसा में तैनात अकाउंट्स असिस्टेंट संदीप कुमार पर आरोप है कि उसने कई राइस मिल मालिकों के साथ मिलकर फर्जी बिल तैयार किए. वह पूरे अकाउंट्स का काम संभालता था.
इन अधिकारियों को किया गया सस्पेंड
उसके साथ बठिंडा के चार इंस्पेक्टर अमनदीप सिंह, रूपिंदर कुमार, सुरिंदर कुमार और पवितरजीत सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है. सूत्रों के अनुसार, जब घोटाले का खुलासा हुआ तो संदीप ने कुछ रकम विभाग के खाते में वापस जमा कर दी थी. यह कार्रवाई तब हुई जब वरिष्ठ अधिकारियों को घोटाले की शिकायतें मिलीं और जांच के बाद गड़बड़ियां पक्की हो गईं. सरकार ने सभी निलंबित अधिकारियों का मुख्यालय चंडीगढ़ कर दिया है और यह मामला अब विजिलेंस ब्यूरो को सौंपे जाने की तैयारी में है. बताया जा रहा है कि शक से बचने के लिए पहले पेमेंट असली गोदाम मालिक को की जाती थी, फिर अगली किस्तें रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर दी जाती थीं.
पिछले हफ्ते भी सस्पेंड किए गए थे ये अधिकारी
बता दें कि पिछले हफ्ते भी पंजाब स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PUNSUP) ने बठिंडा और मानसा में तैनात अपने 5 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था. यह कार्रवाई डिपो संचालन में बड़ी गड़बड़ियों की शिकायत के बाद की गई थी, जिससे खरीद और भंडारण व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे. PUNSUP की मैनेजिंग डायरेक्टर और IAS अधिकारी सोनाली गिरी ने यह सस्पेंशन ऑर्डर पंजाब सिविल सर्विसेज (सजा और अपील) नियम, 1970 के नियम 4 के तहत जारी किए. आदेश में कहा गया है कि जांच पूरी होने तक सभी अधिकारियों को तत्काल ड्यूटी से हटाया गया है.