एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल में घुसा बाढ़ का पानी, 50 करोड़ से ज्यादा का नुकसान

सरस्वती मिल न केवल एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल है, बल्कि हजारों गन्ना किसानों की आमदनी का मुख्य जरिया भी है. अब जब मिल को करोड़ों का नुकसान हुआ है, तो किसानों को भी यह डर सता रहा है कि कहीं उनका भुगतान या फसल की खरीद प्रभावित न हो जाए.

नई दिल्ली | Updated On: 3 Jul, 2025 | 12:03 PM

हरियाणा के यमुनानगर में रातभर हुई भारी बारिश ने एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल सरस्वती शुगर मिल को भारी नुकसान पहुंचाया है. बाढ़ जैसे हालात में पानी सीधे मिल के गोदाम में घुस गया, जहां करीब 2.20 लाख क्विंटल चीनी रखी हुई थी. अधिकारियों का कहना है कि इससे लगभग 50 से 60 करोड़ रुपये की चीनी खराब हो गई है. यानी कुल स्टॉक का लगभग 40 फीसदी हिस्सा पानी की भेंट चढ़ गया.

कहां से आया पानी?

एनडीटीवी की खबर के अनुसार, मिल के जनरल मैनेजर राजीव मिश्रा ने बताया कि गोदाम के पीछे से नगर निगम की एक नाली गुजरती है. लेकिन इस नाली पर अतिक्रमण के कारण उसका बहाव रुक गया, जिससे पानी गोदाम की ओर मुड़ गया. रात को करीब 12 बजे सुरक्षा गार्डों ने पानी घुसने की जानकारी दी. भारी बारिश और निकासी बंद होने के चलते पानी तेजी से अंदर फैल गया और चीनी को नुकसान पहुंचा.

चीनी को क्यों हुआ ज्यादा नुकसान?

चीनी एक हाइज्रोस्कोपिक पदार्थ होती है यानी वह नमी को बहुत जल्दी सोख लेती है. जैसे ही पानी गोदाम में घुसा, हजारों क्विंटल चीनी गीली हो गई और खराब होने लगी. फिलहाल क्रेन और अन्य उपकरणों से मिल में जमा पानी निकाला जा रहा है. लेकिन पूरी नुकसान की सही तस्वीर तब सामने आएगी जब पूरा स्टॉक स्कैन कर लिया जाएगा.

पहली बार हुआ ऐसा हादसा

राजीव मिश्रा ने कहा, “हमने पहले कभी ऐसा नुकसान नहीं देखा था. यह मिल सालों से काम कर रही है, लेकिन इस तरह से बाढ़ का पानी पहली बार गोदाम में घुसा है.” उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय बाजारों में चीनी की कीमतों पर इसका खास असर नहीं पड़ेगा, लेकिन भविष्य में प्रशासन की लापरवाही अगर ऐसे ही बनी रही, तो बड़े संकट की आशंका है.

किसान भी हुए चिंतित

सरस्वती मिल न केवल एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल है, बल्कि हजारों गन्ना किसानों की आमदनी का मुख्य जरिया भी है. अब जब मिल को करोड़ों का नुकसान हुआ है, तो किसानों को भी यह डर सता रहा है कि कहीं उनका भुगतान या फसल की खरीद प्रभावित न हो जाए.

विशेषज्ञों की चेतावनी

कृषि और खाद्य आपूर्ति से जुड़े विशेषज्ञों ने चेताया है कि अगर नगर प्रशासन और मिल प्रबंधन ने मिलकर जल्द नाले की सफाई और अतिक्रमण हटाने जैसे ठोस कदम नहीं उठाए, तो भविष्य में ऐसा हादसा और भी बड़े पैमाने पर हो सकता है. इससे आर्थिक नुकसान के साथ-साथ खाद्य आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है.

Published: 3 Jul, 2025 | 08:56 AM