Gold Rate Today: सोने और चांदी की कीमतों में इस हफ्ते जबरदस्त तेजी देखी जा रही है. बुधवार, 8 अक्टूबर 2025 को फरवरी 2026 डिलीवरी वाले गोल्ड फ्यूचर्स ने मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर ₹1,23,829 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर को छू लिया. यह लगातार नौवें दिन की तेजी है.
सोने की कीमतों में उछाल के कारण
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी सरकार की शटडाउन की अनिश्चितता और फेडरल रिजर्व द्वारा अतिरिक्त ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है. दिसंबर डिलीवरी के गोल्ड फ्यूचर्स भी रिकॉर्ड स्तर के करीब ₹1,22,540 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहे थे. मंगलवार को यह कॉन्ट्रैक्ट ₹1,20,900 तक पहुंच चुका था.
इसके अलावा, अगस्त महीने में केंद्रीय बैंकों ने सोने की खरीद भी बढ़ाई है, जिससे वैश्विक भंडार में 15 टन का इजाफा हुआ. ऐसे में घरेलू बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में तेजी बनी हुई है और निवेशकों को अलर्ट रहने की सलाह दी जा रही है.
दिल्ली में सोने की घरेलू कीमतें भी उछलकर ₹1,24,000 प्रति 10 ग्राम हो गईं. वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना स्थानीय सराफा बाजार में ₹1,23,400 प्रति 10 ग्राम (सभी टैक्स सहित) पर पहुंच गया.
चांदी में भी तेजी
चांदी के फ्यूचर्स ने भी रिकॉर्ड प्रदर्शन किया. दिसंबर डिलीवरी के सिल्वर फ्यूचर्स ₹2,055 या 1.41% बढ़कर ₹1,47,847 प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रहे थे. मार्च 2026 डिलीवरी के सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट ₹1,49,423 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए. सोमवार को सिल्वर ने ₹1,49,605 का रिकॉर्ड छुआ था. हालांकि, मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में सिल्वर की कीमतें ₹1,54,000 प्रति किलोग्राम पर से थोड़ी गिरावट के साथ बंद हुईं.
तेजी के पीछे आर्थिक कारण
इस तेजी के पीछे मुख्य कारण अमेरिकी शटडाउन की अनिश्चितता और सितंबर के रोजगार आंकड़ों की देर से रिलीज़ है. इसके अलावा, फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल दो बार ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने सोने की मांग को और बढ़ाया है.
विश्व गोल्ड काउंसिल (WGC) के अनुसार, अगस्त में केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी बढ़ी और वैश्विक रिजर्व में 15 टन का इजाफा हुआ. यह आंकड़ा भी सोने के प्रति निवेशकों की सुरक्षा मांग को दर्शाता है.
इस समय निवेशक सुरक्षित परिसंपत्तियों की ओर रुख कर रहे हैं और सोना-चांदी इन परिस्थितियों में सबसे आकर्षक विकल्प बनकर उभरे हैं.
क्या यह है गोल्ड में निवेश का सही समय?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल सोने की कीमतें आगे भी बढ़ सकती हैं, हालांकि बीच-बीच में कुछ निवेशक मुनाफा निकाल सकते हैं. अमेरिका की फेडरल रिजर्व बैंक से अक्टूबर और दिसंबर में संभावित 25 बेसिस प्वाइंट की दर कटौती की उम्मीदों ने निवेशकों में भरोसा बढ़ा दिया है. एक्सपर्ट का कहना है कि दर कटौती की उम्मीदों और राजनीतिक-आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण सोने की तेजी जारी रह सकती है. निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को बनाए रखना चाहिए. MCX पर सोने की कीमत साल 2025 के अंत तक 10 ग्राम ₹1,25,000 तक पहुंच सकती है.