Gardening Tips: पौधों में लगे कीड़े अब नहीं करेंगे नुकसान, यह घरेलू घोल करेगा सफाया
पौधे जब पानी, धूप या मिट्टी की सही देखभाल नहीं पा पाते, तब उन पर कीड़ों का हमला बढ़ जाता है. कभी अधिक पानी देने से जड़ें कमजोर हो जाती हैं, तो कभी मौसम बदलने पर पत्तियों पर कीड़े जमने लगते हैं. एफिड्स, व्हाइट फ्लाई, मिली बग और माइट्स जैसे कीड़े पत्तियों का रस चूसकर पौधे की ग्रोथ रोक देते हैं.
Gardening Tips: पौधे घर की रौनक बढ़ाते हैं, लेकिन जब उन पर कीड़ों का हमला शुरू हो जाए तो सबसे ज्यादा परेशानी भी इन्हीं की देखभाल में होती है. कई लोग बाजार से महंगे और केमिकल वाले कीटनाशक लाकर छिड़क देते हैं, लेकिन ये पौधों को जितना फायदा नहीं देते, उतना नुकसान जरूर पहुंचा देते हैं. ऐसे में अगर कोई ऐसा तरीका मिल जाए जिसे घर पर ही बनाया जा सके और पौधों को बिना साइड इफेक्ट के कीड़ों से बचा सके, तो इससे अच्छा क्या हो सकता है?
इसी समस्या का समाधान एक अनुभवी माली ने बताया है, जिसने खुद प्राकृतिक कीटनाशक बनाया और पौधों पर इस्तेमाल करके शानदार नतीजे दिखाए. यह घोल न केवल सस्ता है, बल्कि बिल्कुल प्राकृतिक भी है. आइए जानें कि यह घोल कैसे बनता है और कैसे काम करता है.
कीड़े क्यों लगते हैं पौधों में?
पौधे जब पानी, धूप या मिट्टी की सही देखभाल नहीं पा पाते, तब उन पर कीड़ों का हमला बढ़ जाता है. कभी अधिक पानी देने से जड़ें कमजोर हो जाती हैं, तो कभी मौसम बदलने पर पत्तियों पर कीड़े जमने लगते हैं. एफिड्स, व्हाइट फ्लाई, मिली बग और माइट्स जैसे कीड़े पत्तियों का रस चूसकर पौधे की ग्रोथ रोक देते हैं.
धीरे-धीरे पौधा पीला पड़ने लगता है और पत्तियां सिकुड़कर झड़ने लगती हैं. ऐसे में समय रहते कीड़ों को खत्म करना जरूरी है, लेकिन केमिकल का इस्तेमाल हमेशा सुरक्षित नहीं होता.
घरेलू प्राकृतिक कीटनाशक क्यों है खास?
यह घोल पौधों को नुकसान पहुंचाए बिना कीड़ों को दूर भगाता है. नीम के तेल में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जबकि छाछ में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया कीड़ों को सतह पर टिकने नहीं देते. सबसे बड़ी बात कि इसे बनाने में न ज्यादा समय लगता है और न ही ज्यादा खर्च.
कैसे बनाएं घर पर आसान, केमिकल-फ्री कीटनाशक?
इस कीटनाशक को बनाने का तरीका बेहद सरल है. सिर्फ तीन चीजों की जरूरत होती है छाछ, पानी और नीम तेल.
- सबसे पहले एक बोतल भर छाछ को 10–15 दिनों के लिए धूप में रखना होता है. इस दौरान इसे रोजाना हिलाने से उसमें प्राकृतिक बैक्टीरिया विकसित होने लगते हैं.
- जब यह छाछ खट्टे रूप में बदल जाए, तो इसे एक बाल्टी में निकालकर 10 लीटर पानी मिलाएं.
- इसके बाद दो बड़े ढक्कन नीम ऑयल डालें और अच्छी तरह मिला दें. बस, आपका प्राकृतिक कीटनाशक तैयार है.
- यह मिश्रण पौधों पर कीड़ों को दूर करने में बेहद असरदार साबित होता है.
कैसे और कब करें इसका इस्तेमाल?
- तैयार घोल को स्प्रे बोतल में भरकर पौधों की पत्तियों के ऊपर व नीचे दोनों तरफ छिड़कें.
- अगर पौधों में कीड़े कम हैं, तो सप्ताह में एक बार स्प्रे पर्याप्त है.लेकिन अगर कीड़े ज्यादा हो गए हों, तो लगातार 2–3 दिन तक दिन में एक बार छिड़काव करें.
- एक हफ्ते में ही पौधों की पत्तियां साफ और चमकदार दिखने लगती हैं और नए पत्ते भी उभरने लगते हैं. ध्यान रहेस्प्रे हमेशा सुबह या शाम को करें, तेज धूप में नहीं.
फिटकरी भी कर सकती है चमत्कार
अगर पौधों की मिट्टी में फंगल या कीड़ों का असर बढ़ गया हो, तो थोड़ा फिटकरी पाउडर मिट्टी में मिलाने से भी जड़ें मजबूत होती हैं और कीड़े खत्म होने लगते हैं.