हर सुबह की शुरुआत एक प्याली चाय के साथ होती है, लेकिन क्या कभी सोचा है कि यही चाय आपके करियर का हिस्सा भी बन सकती है? इस अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस (21 मई) पर एक बड़ी और अनोखी खबर सामने आई है, भारतीय चाय बोर्ड अब “टी टेस्टर” यानी चाय चखने के प्रोफेशन में कॅरिअर बनाने के लिए एक स्पेशल कोर्स शुरू करने की तैयारी कर रहा है.
चाय सिर्फ पीने की चीज नहीं, अब है एक स्किल
वाणिज्य मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाला चाय बोर्ड (Tea Board of India) अब युवाओं को चाय के बारे में गहराई से समझाने और चाय चखने के हुनर को प्रोफेशनल स्किल बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. चाय की गुणवत्ता, स्वाद, खुशबू और बनावट को परखने के लिए जो विशेषज्ञता चाहिए, उसे अब सिखाया जाएगा. इसके लिए एक सर्टिफिकेट कोर्स तैयार किया जा रहा है.
क्या कहा अधिकारियों ने?
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने मीडिया को बताया कि चाय बोर्ड देश में “टी टेस्टर” बनने के लिए सर्टिफाइड ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि यह पहल “टी लिटरेसी” यानी चाय की जानकारी और समझ को बढ़ावा देगी. इसके जरिए ना सिर्फ रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे, बल्कि चाय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
कोर्स से युवाओं को मिलेगा फायदा
जानकारों की मानें तो यह कोर्स युवाओं को एक अनोखे क्षेत्र में प्रशिक्षित करेगा, जो अब तक केवल अनुभव पर आधारित था. अब इसे प्रोफेशनल और मानकीकृत रूप दिया जाएगा, जिससे प्रशिक्षित युवाओं को वैश्विक स्तर पर पहचान और अवसर दोनों मिलेंगे.
भारत की चाय दुनिया में मशहूर
भारत चाय उत्पादन में दुनिया के प्रमुख देशों में से एक है. असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों में चाय के बागान हैं, और यहीं से देश की 81% चाय की खपत होती है. दार्जिलिंग, असम, नीलगिरी और कांगड़ा जैसी चाय की किस्में न केवल देश में पसंद की जाती हैं, बल्कि विदेशों में भी इनकी खूब मांग है.
चाय का बढ़ता वैश्विक महत्व
इस बार अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस की थीम है-“बेहतर जीवन के लिए चाय” (Tea for a Better Life), जिसे संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने तय किया है. इसका मकसद चाय की खेती, उससे जुड़े श्रमिकों और चाय के सामाजिक-आर्थिक महत्व को समझाना है.