किसानों के बीच लोकप्रिय है मूली की ये बेहतरीन किस्म, मात्र 55 दिनों में हो जाती है तैयार

मूली काशी हंस की फसल बुवाई के करीब 50 से 55 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. ये मूली की अन्य किस्मों के मुकाबले ज्यादा पैदावार देती है और कटाई के कुछ दिन बाद तक भी इसकी ताजगी बनी रहती है, जिसके कारण किसानों को बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिल जाती है.

नोएडा | Published: 30 Aug, 2025 | 01:45 PM

रबी सीजन की शुरुआत जल्द ही होने वाली और इसी के साथ बाजार में सर्दियों में खाई जाने वाली सब्जियों की मांग बढ़  जाएगी. यही कारण है कि आज के समय में किसान पारंपरिक फसलों के साथ-साथ मौसमी और ज्यादा मांग वाली सब्जियों की खेती करने लगे हैं. इसस न केवल किसानों को अच्छा उत्पादन मिलता है बल्कि कमाई भी अच्छी होती है. इन फसलों में से एक है मूली. मूली में मौजूद पोषक तत्वों के कारण बाजार में इसकी मांग ज्यादा होती है. वैसे तो मूली एक रबी फसल है लेकिन इसकी खेती किसान सालभर करते हैं. बाजार में भारी मांग के कारण किसान बड़े पैमाने पर इसकी खेती करते हैं. मूली की ऐसी ही एक उन्नत किस्म है मूली-काशी हंस (Radish -Kashi Hans). इस किस्म की खासियत है कि ये एक जल्दी पकने वाली फसल है. किसान चाहें तो इसके बीज ऑनलाइन मंगवा सकते हैं.

मूली काशी हंस की खासियत

मूली की ये किस्म किसानों के बीच लोकप्रिय हुई एक हाइब्रिड किस्म है, जिसे भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (IIVR) , काशी द्वारा विकसित किया गया है. बता दें कि, विशेष रूप से मूली की ये किस्म किसानों के बीच अपनी उन्नत क्वालिटी और कम समय में तैयार होने के कारण पसंद की जाती है. इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत है कि ये मूली की अन्य किस्मों के मुकाबले ज्यादा पैदावार देती है और कटाई के कुछ दिन बाद तक भी इसकी ताजगी बनी रहती है, जिसके कारण किसानों को बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिल जाती है. इसकी एक खासियत ये भी है कि किचेन गार्डन का शौक रखने वाले लोग भी इसे आसानी से उगा सकते हैं.

ऑनलाइन मंगवाएं बीज

NSC से सस्ते में खरीदें बीज

राष्ट्रीय बीज निगम (National Seed Corporation) मूली काशी हंस के 100 ग्राम बीज का पैकेट 32 फीसदी छूट के साथ मात्र 51 रुपये में उपलब्ध करा रहा है, इस किस्म की मूली की खेती करने के इच्छुक किसान ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक कर और स्टेप्स को फॉलो कर घर बैठे ऑनलाइन मंगवा सकते हैं.

पैदावार और तुड़ाई का सही समय

मूली काशी हंस की फसल बुवाई के करीब 50 से 55 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म से जल्दी पैदावार होने से किसानों को दूसरी फसल लगाने के लिए खेत खाली मिल जाता है और वे आसानी से दूसरी फसल लगाकर उससे पैदावार ले सकते हैं. बात करें इस किस्म से होने वाली पैदावार की तो किसान इसकी प्रति हेक्टेयर फसल से 300 से 350 क्विंटल तक पैदावार ले सकते हैं.

 

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