गन्‍ने की फसल को ‘कैंसर’ से बचाने के लिए करें इस खाद का प्रयोग, बीमारी पास भी नहीं फटकेगी!

गन्‍ने की बुवाई का समय शुरू हो गया है. कभी-कभी इसकी फसल में लगने वाला रोग, रेड रॉट किसानों की मेहनत पर पानी फिर सकता है. इस बीमारी को गन्‍ने के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है और यह बहुत खतरनाक होता है.

Kisan India
Noida | Published: 28 Mar, 2025 | 08:00 AM

गन्‍ने की बुवाई का समय शुरू हो गया है. कभी-कभी इसकी फसल में लगने वाला रोग, रेड रॉट किसानों की मेहनत पर पानी फिर सकता है. इस बीमारी को गन्ने के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है और यह बहुत खतरनाक होता है.  इस बीमारी को गन्ने के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है और यह बहुत खतरनाक होता है. अगर इसकी रोकथाम न की जाए तो किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है. इस रोग से बचाव के लिए वैज्ञानिक एक ऑर्गेनिक खाद ‘अंकुश’ के प्रयोग की सलाह देते हैं. उनकी मानें तो अगर गन्‍ने की बुवाई के दौरान जरूरी सावधानियां बरती जाएं और इस उर्वरक का प्रयोग किया जाए तो फसल को रेड रॉट से काफी हद तक सुरक्षित रखा जा सकता है.

इस बीमारी से फसल को बचाना मुश्किल

कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर गन्‍ने की फसल को रेड रॉट बीमारी लग जाए तो उसकी रोकथाम मुश्किल है. ऐसे में बुवाई के समय ही सावधानियां बरती जानी चाहिए. गन्‍ने की फसल में यह बीमारी भूमि जनित है. ऐसे में यह जरूरी है कि मिट्टी को भी फसल बोने से पहले अच्‍छे से परख लिया जाए और साथ ही साथ बीज के चयन में भी काफी ध्‍यान रखें. अंकुश जैविक उर्वरक में ट्राइकोडर्मा को फफूंद डालकर तैयार किया गया है. इसलिए इसे गन्‍ने की फसल में लगने वाले कैंसर रोग से निजात का रामबाण इलाज माना गया है.

ज्‍यादा मात्रा का भी नुकसान नहीं

यह उर्वरक गन्‍ने में होने वाली इस खतरनाक बीमारी के अलावा बाकी फसलों में भी मिट्टी जनित रोगों की रोकथाम के लिए बेहद ही उपयोगी है.गन्‍ने की बुवाई से पहले जब किसान खेत तैयार कर रहे हों तो उस समय आखिरी जुताई के समय अंकुश का प्रयोग किसान कर सकते हैं. इसे 10 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तक प्रयोग किया जा सकता है. अगर किसान चाहें तो वह 15 से 20 किलो प्रति हेक्टेयर भी डाल सकते हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि अंकुश का ज्यादा मात्रा में प्रयोग करने से भी कोई नुकसान नहीं होगा.

कैसे करें खाद का प्रयोग

किसान गोबर की सड़ी हुई खाद या फिर मिट्टी में अंकुश को मिलाकर पूरे खेत में बिखेर दें. इसके बाद खेत की जुताई कर गन्‍ने की फसल की बुवाई के लिए खेत को तैयार कर लें. उत्‍तर प्रदेश में एक किलो अंकुश 56 रुपए में गन्‍ना किसानों को मिल सकता है. किसान किसी भी वर्किंग डे में उत्तर प्रदेश गन्‍ना शोध संस्‍थान जाकर इसे खरीद सकते हैं.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 28 Mar, 2025 | 08:00 AM

भारत में फलों का राज्य किसे कहा जाता है?

Poll Results

उत्तर प्रदेश
0%
छत्तीसगढ़
0%
हिमाचल
0%
केरल
0%