सर्दियों में अपने किचन गार्डन की उगाई पालक का लें स्वाद, बस फॉलो करें ये आसान टिप्स
किचन गार्डन में पालक उगाने का सबसे बड़ा फायदा है कि आपको घर में ही बिना किसी मिलावट के ताजी हरी, शुद्ध और पौष्टिक पालक मिल जाती है जिसे उगाने में किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
Gardening Tips: सर्दियों के मौसम में लोग हरी सब्जियों के साग का बड़े आनंद से स्वाद लेते हैं. इन्हीं में से एक है पालक का साग. लोगों की कोशिश रहती है कि वे बाजार से ताजी हरी पालक लाकर खाने में साग खाएं. लेकिन आज के समय में मिलावट के कारण लोगों को शुद्ध पालक नहीं मिल पाती हैं. ऐसे में अगर आपको शुद्ध, पौष्टिक और ताजी हरी पालक का आनंद लेना है तो आप आसानी से इसे अपने घर में उगा सकते हैं. बता दें कि, अगर आप किचन गार्डनिंग का शौक रखते हैं तो इस खबर में दी गईं टिप्स को फॉलो कर अपने घर में ही स्वादिष्ट हरी और ताजी पालक उगा सकते हैं. खास बात ये है कि आप छोटी सी जगह और कम देखभाल में भी पालक की अच्छी पैदावार ले सकते हैं.
किचन गार्डन में पालक उगाने के फायदे
किचन गार्डन में पालक उगाने का सबसे बड़ा फायदा है कि आपको घर में ही बिना किसी मिलावट के ताजी हरी, शुद्ध और पौष्टिक पालक मिल जाती है जिसे उगाने में किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. साथ ही पालक में बहुत से पोषक तत्व होते हैं, इसलिए इसके सेवन से आपके शरीर में भरपूर मात्रा में आयरन, कैल्शियम, विटामिन A, C, K और फाइबर पहुंचते हैं जो कि आपके शरीर को मजबूत बनाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. घर में ही पालक उगाने से आप हर दिन अपने खाने में इसे सूप, सब्जी, साग के तौर पर शामिल कर सकते हैं.
ऐसे करें मिट्टी की तैयारी
अगर आप किचन गार्डन में (Kitchen Gardening) पालक उगाना चाहते हैं तो जरूरी है सही जगह और मिट्टी का चुनाव करें. आप घर के किसी भी कोने में, छत या बालकनी में आसानी से किसी गमले, ग्रो बैग या फिर क्यारी में पालक उगा सकते हैं. घर में पालक को उगाने के लिए ढीली और उपजाऊ मिट्टी लें और मिट्टी की तैयारी करते समय गमले या क्यारी में 60 फीसदी मिट्टी, 30 फीसदी गोबर की खाद और 10 फीसदी रेत मिलाएं. बता दें कि, सर्दियों के मौसम में पालक तेजी से बढ़ती है और इसे उगाने के लिए अक्टूबर से जनवरी का समय बेस्ट होता है.
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इस विधि से करें बीज बुवाई
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पालक के बीजों की बुवाई से पहले उन्हें 6 से 12 घंटे के लिए पानी में भिगोएं. इसके बाद बीजों को अच्छे से सुखाकर मिट्टी में 1 सेंटीमीटर गहराई में बोएं. बीज बुवाई के बाद मिट्टी को हल्का पानी दें ताकि नमी बनी रहे. लेकिन आपको ध्यान रखना होगा कि पानी की मात्रा जरूरत से ज्यादा न हो नहीं तो पौधे की जड़ें सड़ सकती हैं. पालक के पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए जरूरी है कि आप पौधे को नियमित रूप से 3 से 4 घंटे की धूप जरूर दें.
कटाई और रख-रखाव
पालक के बीजों की बुवाई के करीब 20 से 25 दिनों बाद पालक पहली कटाई के लिए तैयार हो जाती है. घर में पालक उगाने का एक फायदा ये भी है कि इसे एक बार बोने के बाद आप 3 से 4 बार पालक की कटाई कर सकते हैं. कीटों और रोगों से बचाव के लिए जरूरी है कि पौधे में नीम के पानी या फिर जैविक कीटनाशक का छिड़काव जरूर करें.