एक्सीडेंट में टूटी हड्डियां, लगे नट-बोल्ट, लेकिन योग ने दोबारा चलना सिखाया: शिवराज सिंह चौहान

योग पर शिवराज ने आगे कहा आसन करना तो सीख कर करना, किसी प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में करना, कई बार ऑनलाइन शुरू हो जाते हैं. कई बार उसके गलत परिणाम सामने आते हैं.

नई दिल्ली | Published: 21 Jun, 2025 | 08:28 AM

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली के कृषि मेला मैदान पुसा में योगाभ्यास किया. इस खास मौके पर उन्होंने योग की महत्ता पर जोर देते हुए अपनी व्यक्तिगत जीवन की कहानी भी साझा की, जो सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी.

आठ जगह से टूटी हड्डियां

शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मैं आपके सामने खड़ा हूं. मेरा एक भयानक एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें मेरा शरीर आठ जगह से टूट चुका था. मेरे शरीर में नट-बोल्ट लगे हुए हैं, मेरी हिप लाइन टूटी हुई है. मैं उस समय चल-फिर नहीं सकता था. छह महीने तक अस्पताल के बिस्तर पर पड़ा-पड़ा सोचता रहता था कि क्या मैं कभी चल पाऊंगा?”

उन्होंने आगे कहा, “लेकिन योग ने मुझे इतना सक्षम बनाया कि आज मैं चलता हूं, घूमता हूं, काम करता हूं और ऐसा बिल्कुल नहीं लगता कि मेरा शरीर कभी घायल था. इसलिए मैं आप सभी से कहना चाहता हूं कि बाकी चीजों में न भी जाएं, लेकिन योग को सिर्फ योग दिवस पर नहीं, बल्कि अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाएं.”

योग को बनाएं अपनी दिनचर्या

योग पर शिवराज ने आगे कहा आसन करना तो सीख कर करना, किसी प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में करना, कई बार ऑनलाइन शुरू हो जाते हैं. कई बार उसके गलत परिणाम सामने आते हैं. ठीक ढंग से अगर आसन किया जाए और स्वांस पर नियंत्रण किया जाए, प्राणायम कर पाएं तो चमत्कारिक बदलाव देखने को मिलेंगे.

शिवराज सिंह चौहान का यह अनुभव योग की ताकत और उसके चमत्कारी फायदे को बखूबी दर्शाता है. योग न केवल शारीरिक मजबूती देता है, बल्कि मानसिक शक्ति और आत्मविश्वास भी बढ़ाता है. उनका मानना है कि योग हर किसी के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है और इसे जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए.

इस अवसर पर उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें ताकि वे भी स्वस्थ, सक्रिय और खुशहाल जीवन जी सकें. योग दिवस पर उनका यह संदेश लोगों के लिए एक प्रेरणा और मार्गदर्शन का काम करेगा.