फसलों का नहीं होगा नुकसान, जानवरों को रोकने के लिए सोलर फेंसिंग करा रही योगी सरकार

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मानव-वन्यजीव संघर्ष कम करने के लिए बड़े पैमाने पर चेन लिंक और सोलर फेंसिंग की गई है. इसके साथ ही ‘बाघ मित्र’ कार्यक्रम से ग्रामीणों को जागरूक कर फसलों और पालतू जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है.

धीरज पांडेय
नोएडा | Published: 3 Jun, 2025 | 08:30 AM

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वन एवं वन्यजीव विभाग ने मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने और किसानों के खेतों की सुरक्षा के लिए बड़े और प्रभावी कदम उठाए हैं. साल 2023-24 से 2024-25 तक लगभग 231 किलोमीटर चेन लिंक फेंसिंग और 41 किलोमीटर सोलर फेंसिंग की गई है. इस मजबूत बाड़ ने न केवल वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की है, बल्कि जंगल के जानवरों के खेतों में घुसने से होने वाले नुकसान को भी रोकने में मदद की है.

चेन लिंक और सोलर फेंसिंग से सुरक्षा

वन विभाग ने प्रदेश के जंगलों के चारों ओर बड़े पैमाने पर चेन लिंक और सोलर फेंसिंग का निर्माण कराया है. 2023-24 में लगभग 125 किलोमीटर चेन लिंक और 21 किलोमीटर सोलर फेंसिंग की गई, जबकि 2024-25 में 106 किलोमीटर चेन लिंक और 20 किलोमीटर सोलर फेंसिंग स्थापित की गई. इन बाड़ों ने वन्यजीवों को ग्रामीण इलाकों में प्रवेश करने से रोका है, जिससे किसानों की फसल और पालतू पशुओं को नुकसान से बचाया जा रहा है. यह फेंसिंग वन एवं मानव के बीच संघर्ष को कम करने में कारगर साबित हुई है.

‘बाघ मित्र’ बने ग्रामीणों के साथी

वन्यजीवों और मानव के बीच शांति बनाए रखने के लिए वन विभाग ने ‘बाघ मित्र’ नामक पहल शुरू की है. ये प्रशिक्षित ग्रामीण बाघ और अन्य वन्यजीवों के साथ सुरक्षित सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने का काम करते हैं. बाघ मित्र नियमित रूप से गांवों में जाकर वन्यजीवों से जुड़ी जानकारी देते हैं और आपातकालीन स्थिति में शीघ्र मदद उपलब्ध कराते हैं. इस पहल से स्थानीय समुदायों में जागरूकता बढ़ी है और वन्यजीव संरक्षण की दिशा में विश्वास भी मजबूत हुआ है.

आधुनिक तकनीक से वन क्षेत्रों की निगरानी

मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए आधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. ड्रोन कैमरे, जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस और कैमरा ट्रैप की मदद से वन्यजीवों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाती है. इसके साथ ही वन क्षेत्रों और आसपास के इलाकों में नियमित गश्त की जा रही है, जिससे वन्यजीवों के बस्तियों में आने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके. ये तकनीक वन्यजीवों की सुरक्षा और संरक्षण दोनों में अहम भूमिका निभा रही हैं.

‘बाघ मित्रों’ के जरिए किसानों में जागरूकता

वन एवं वन्यजीव विभाग ने ग्रामीणों को वन्यजीवों के साथ सह-अस्तित्व के लिए प्रेरित किया है. ‘बाघ मित्र’ के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाकर किसानों को फसलों की सुरक्षा के उपाय बताए जा रहे हैं. इससे न केवल किसानों का आर्थिक नुकसान कम हुआ है, बल्कि वन्यजीवों की रक्षा के लिए भी स्थानीय समर्थन बढ़ा है. ग्रामीणों और वन अधिकारियों के बीच विश्वास और संवाद को मजबूत बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

जैव विविधता की सुरक्षा सुनिश्चित करना

वन विभाग के इन प्रयासों से न सिर्फ वन्यजीवों की जैव विविधता संरक्षित हो रही है, बल्कि ग्रामीण समुदायों की आजीविका और सुरक्षा भी बेहतर हुई है. जंगल और मानव जीवन के बीच संतुलन बनाने के लिए ये कदम बेहद जरूरी हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में यह मॉडल प्रदेश के अन्य इलाकों में भी लागू किया जाएगा ताकि हर किसान की फसल और हर वन्यजीव की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.

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Published: 3 Jun, 2025 | 08:30 AM

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