धान खरीदी के बीच अनाज डिपो में गड़बड़ झाला, नप गए 5 अधिकारी.. तत्काल प्रभाव से सस्पेंड

सस्पेंशन के दौरान ये सभी अफसर अब चंडीगढ़ स्थित PUNSUP हेड ऑफिस से अटैच रहेंगे और पहले की पोस्टिंग पर काम नहीं कर सकेंगे. वहीं, सस्पेंशन ऑर्डर में 22 और 24 सितंबर को जारी मेमो नंबर 2025/1244 और 2025/1256 का भी जिक्र किया गया है.

नोएडा | Published: 29 Sep, 2025 | 11:58 AM

Punjab News: पंजाब में अनाज प्रबंधन में बड़ी लापरवाही सामने आई है. इसके बाद पंजाब स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PUNSUP) ने सख्ती दिखाते हुए बठिंडा और मानसा जिले में तैनात अपने 5 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया. यह कार्रवाई डिपो संचालन में गंभीर गड़बड़ियों की रिपोर्ट सामने आने के बाद की गई है. इससे खरीद और भंडारण व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे. यही वजह है कि PUNSUP ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, PUNSUP की मैनेजिंग डायरेक्टर  और IAS अधिकारी सोनाली गिरी ने ये सस्पेंशन ऑर्डर पंजाब सिविल सर्विसेज (सजा और अपील) नियम, 1970 के नियम 4 के तहत जारी किए. आदेश में कहा गया है कि विस्तृत जांच पूरी होने तक सभी अधिकारियों को तुरंत ड्यूटी से हटा दिया गया है.

सस्पेंड किए गए अफसरों के नाम

अफसर अब चंडीगढ़ स्थित PUNSUP हेड ऑफिस से अटैच रहेंगे

सस्पेंशन के दौरान ये सभी अफसर अब चंडीगढ़ स्थित PUNSUP हेड ऑफिस से अटैच रहेंगे और पहले की पोस्टिंग पर काम नहीं कर सकेंगे. बठिंडा के PUNSUP जिला प्रबंधक द्वारा 22 सितंबर 2025 को भेजी गई एक विस्तृत रिपोर्ट  के बाद पांच अधिकारियों को सस्पेंड करने का फैसला लिया गया. रिपोर्ट में अनाज डिपो में कई गड़बड़ियों और कुप्रबंधन की बातें सामने आई थीं. मुख्यालय ने रिपोर्ट की जांच की और पाया कि मामले में तुरंत कार्रवाई जरूरी है, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके.

किस नियम के तहत की गई कार्रवाई

सस्पेंशन ऑर्डर में 22 और 24 सितंबर को जारी मेमो नंबर 2025/1244 और 2025/1256 का भी जिक्र किया गया है, जिनमें पहले से इन अनियमितताओं और पंजाब सिविल सर्विस रूल्स के संभावित उल्लंघन की जानकारी दी गई थी. अब इन पांचों अधिकारियों के खिलाफ औपचारिक विभागीय जांच  शुरू कर दी गई है. जांच में अगर दोषी पाए गए, तो उन्हें सेवा से बर्खास्तगी जैसी सख्त सजा भी मिल सकती है. इस बीच, PUNSUP ने आश्वासन दिया है कि बठिंडा और मानसा के डिपो पर निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि आगे कोई गड़बड़ी न हो.

क्या कहते हैं अधिकारी

बता दें कि पंजाब में धान की खरीद 16 सितंबर से शुरू हो गई है. लेकिन बाढ़ और भारी के कारण अभी खेतों में ज्यादा नमी  है. इसके चलत धान कटाई में तेजी नहीं आई है. ऐसे में किसान क्रय केंद्रों पर भारी संख्या में उपज लेकर नहीं पहुंच रहे हैं. वहीं, अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में धान खरीद में तेजी आएगी.

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