घर के बगीचे में उगाएं मीठा और रसीला तरबूज, आसान है तरीका

गर्मी का मौसम आते ही जिस फल की सबसे पहले याद आती है, वो है तरबूज. अक्सर लोग सोचते हैं कि तरबूज उगाने के लिए बड़े खेत की जरूरत होती है. लेकिन सच्चाई ये है कि आप इसे अपने घर के बगीचे या आंगन में भी आसानी से उगा सकते हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 15 Apr, 2025 | 02:58 PM
1 / 6आज हम आपको बताएंगे कि कैसे घरेलू तरीकों से, बिना ज्यादा खर्च किए और कम मेहनत में आप अपने घर के आंगन में तरबूज कैसे उगा सकते हैं. आप चाहें तो तरबूज के पौधे को घर की छत, बालकनी या बगीचों में आसानी से उगा सकते हैं. इन पौधों को कम से कम 6-8 घंटे की तेज धूप की जरूरत होती है.

आज हम आपको बताएंगे कि कैसे घरेलू तरीकों से, बिना ज्यादा खर्च किए और कम मेहनत में आप अपने घर के आंगन में तरबूज कैसे उगा सकते हैं. आप चाहें तो तरबूज के पौधे को घर की छत, बालकनी या बगीचों में आसानी से उगा सकते हैं. इन पौधों को कम से कम 6-8 घंटे की तेज धूप की जरूरत होती है.

2 / 6इस पौधे के लिए उपजाऊ और भुरभुरी मिट्टी काफी उपयुक्त मानी जाती है. वहीं, अगर आप गमले में उगाना चाहते हैं तो कम से कम 20-25 लीटर की क्षमता वाला बड़ा गमला लें. फिर उसमें गोबर की खाद, मिट्टी और थोड़ी बालू का मिश्रण बनाकर गमले को भर दें.

इस पौधे के लिए उपजाऊ और भुरभुरी मिट्टी काफी उपयुक्त मानी जाती है. वहीं, अगर आप गमले में उगाना चाहते हैं तो कम से कम 20-25 लीटर की क्षमता वाला बड़ा गमला लें. फिर उसमें गोबर की खाद, मिट्टी और थोड़ी बालू का मिश्रण बनाकर गमले को भर दें.

3 / 6इसके साथ ही तरबूज की खेती के लिए सही बीजों का चुनाव करना भी बेहद जरूरी होता है. बाजार में देसी और हाइब्रिड दो तरह के बीज मिलते है. इनमें देसी बीजों का स्वाद ज्यादा अच्छा होता है लेकिन हाइब्रिड बीज जल्दी फल देते हैं.

इसके साथ ही तरबूज की खेती के लिए सही बीजों का चुनाव करना भी बेहद जरूरी होता है. बाजार में देसी और हाइब्रिड दो तरह के बीज मिलते है. इनमें देसी बीजों का स्वाद ज्यादा अच्छा होता है लेकिन हाइब्रिड बीज जल्दी फल देते हैं.

4 / 6बीजों की बुवाई के लिए उन्हें सीधे मिट्टी में 1-2 इंच गहराई में रोप दें और फिर हल्के हाथों से पानी दें. वहीं बीज करीब 7-10 दिन में अंकुरित होने लगते है. यह बेल वाले पौधों में से एक होता है.

बीजों की बुवाई के लिए उन्हें सीधे मिट्टी में 1-2 इंच गहराई में रोप दें और फिर हल्के हाथों से पानी दें. वहीं बीज करीब 7-10 दिन में अंकुरित होने लगते है. यह बेल वाले पौधों में से एक होता है.

5 / 6इसलिए जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए तो उसके बेलों को सहारे की जरूरत होती है, ताकि बेलें अच्छे से फैल सकें. तरबूज के पौधे को नियमित पानी की जरूरत होती है. लेकिन ध्यान रहें कि पानी की मात्रा ज्यादा ना हो वरना जड़ सड़ सकती है.

इसलिए जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए तो उसके बेलों को सहारे की जरूरत होती है, ताकि बेलें अच्छे से फैल सकें. तरबूज के पौधे को नियमित पानी की जरूरत होती है. लेकिन ध्यान रहें कि पानी की मात्रा ज्यादा ना हो वरना जड़ सड़ सकती है.

6 / 6हफ्ते में एक बार पौधे की जड़ों में जैविक खाद मिलाएं और कीटों से बचाने के लिए नीम का छिड़काव अवश्य करें. तो वहीं इस फसल को तैयार होने में 65 से 100 दिन लगते हैं. यह बात कई बार किस्म और मौसम पर भी निर्भर करती है. कुछ किस्में जल्दी पक जाती हैं, जबकि कुछ किस्में 75-80 दिनों में तैयार होती हैं.

हफ्ते में एक बार पौधे की जड़ों में जैविक खाद मिलाएं और कीटों से बचाने के लिए नीम का छिड़काव अवश्य करें. तो वहीं इस फसल को तैयार होने में 65 से 100 दिन लगते हैं. यह बात कई बार किस्म और मौसम पर भी निर्भर करती है. कुछ किस्में जल्दी पक जाती हैं, जबकि कुछ किस्में 75-80 दिनों में तैयार होती हैं.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 15 Apr, 2025 | 02:58 PM

गेहूं की उत्पत्ति किस क्षेत्र से हुई थी?

Side Banner

गेहूं की उत्पत्ति किस क्षेत्र से हुई थी?