अब बाजार की झंझट खत्म, घर के गमले में ही उगा सकते हैं टेस्टी Blueberries, जानें आसान तरीका

How To Grow Blueberries At Home: क्या आप भी चाहते हैं कि विदेशी स्वाद वाला ब्लूबेरी आपके घर के गमले में ही उगे? वो भी बिना ज्यादा खर्च किए और पूरी तरह जैविक तरीके से. ब्लूबेरी न सिर्फ देखने में खूबसूरत और स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि इसमें सेहत के लिए जरूरी ढेरों पोषक तत्व भी होते हैं. हालांकि, भारत में इसकी खेती कम होती है, जिससे यह फल महंगा और मुश्किल से मिलता है. लेकिन अब आप इसे अपने ही घर में आसानी से उगा सकते हैं वो भी सिर्फ कुछ आसान स्टेप्स और थोड़ी सी देखभाल के साथ. ऐसे में आइए जानें वो तरीका जिससे आप भी अपने किचन गार्डन में इसे आसानी से उगा सकते हैं.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 26 Jul, 2025 | 12:15 PM
1 / 6सबसे पहले बाजार से ताजी ब्लूबेरी खरीदें और उसे दो भागों में काटकर बीज निकाल लें. इन बीजों को टिशू पेपर पर फैला दें और अच्छी तरह सूखने दें. जब यह सूख जाएं तो दूसरे टिशू पेपर में रखकर थोड़ा पानी छिड़कें और किसी नमी वाले स्थान पर 15 से 25 दिन के लिए रख दें.

सबसे पहले बाजार से ताजी ब्लूबेरी खरीदें और उसे दो भागों में काटकर बीज निकाल लें. इन बीजों को टिशू पेपर पर फैला दें और अच्छी तरह सूखने दें. जब यह सूख जाएं तो दूसरे टिशू पेपर में रखकर थोड़ा पानी छिड़कें और किसी नमी वाले स्थान पर 15 से 25 दिन के लिए रख दें.

2 / 6करीब 15-25 दिन बाद टिशू में छोटे-छोटे धागे जैसे अंकुर दिखने लगेंगे. अब इन बीजों को सावधानी से निकालें और गमले में लगाएं. इसके बाद गमले को किसी पारदर्शी प्लास्टिक बैग से ढक दें ताकि नमी बरकरार रहे और तापमान नियंत्रित बना रहे.

करीब 15-25 दिन बाद टिशू में छोटे-छोटे धागे जैसे अंकुर दिखने लगेंगे. अब इन बीजों को सावधानी से निकालें और गमले में लगाएं. इसके बाद गमले को किसी पारदर्शी प्लास्टिक बैग से ढक दें ताकि नमी बरकरार रहे और तापमान नियंत्रित बना रहे.

3 / 6ब्लूबेरी के पौधे अम्लीय (एसिडिक) मिट्टी में ही अच्छे से पनपते हैं. इसलिए मिट्टी का पीएच लेवल 4.5 से 5.5 के बीच बनाए रखना जरूरी है. सामान्य मिट्टी में ब्लूबेरी पनपेगा नहीं, इसलिए पीट मॉस या एसिडिक सॉइल मिलाकर गमले की मिट्टी तैयार करें.

ब्लूबेरी के पौधे अम्लीय (एसिडिक) मिट्टी में ही अच्छे से पनपते हैं. इसलिए मिट्टी का पीएच लेवल 4.5 से 5.5 के बीच बनाए रखना जरूरी है. सामान्य मिट्टी में ब्लूबेरी पनपेगा नहीं, इसलिए पीट मॉस या एसिडिक सॉइल मिलाकर गमले की मिट्टी तैयार करें.

4 / 6गमले को दिन में कम से कम 4 घंटे धूप में रखें. जैसे ही पौधे में छोटी-छोटी पत्तियां निकलने लगें, प्लास्टिक कवर हटा दें और गमले को ऐसी जगह रखें जहां से उसे सीधी धूप और ताजगी मिलती रहे.

गमले को दिन में कम से कम 4 घंटे धूप में रखें. जैसे ही पौधे में छोटी-छोटी पत्तियां निकलने लगें, प्लास्टिक कवर हटा दें और गमले को ऐसी जगह रखें जहां से उसे सीधी धूप और ताजगी मिलती रहे.

5 / 6जब पौधा छोटा और नाजुक होता है तो उसे डायरेक्ट पानी देने से बचें. इससे जड़ें सड़ सकती हैं. इसके बजाय पानी को स्प्रे बोतल से छिड़कें ताकि नमी भी बनी रहे और पौधे को नुकसान भी न पहुंचे.

जब पौधा छोटा और नाजुक होता है तो उसे डायरेक्ट पानी देने से बचें. इससे जड़ें सड़ सकती हैं. इसके बजाय पानी को स्प्रे बोतल से छिड़कें ताकि नमी भी बनी रहे और पौधे को नुकसान भी न पहुंचे.

6 / 6ब्लूबेरी का पौधा लगभग 3 महीनों में आकार लेने लगता है, लेकिन इसमें फल आने में कम से कम 1 से 1.5 साल का समय लगता है. इस दौरान धैर्य रखें और समय-समय पर पौधे की देखभाल, धूप, पानी और मिट्टी की स्थिति पर ध्यान देते रहें.

ब्लूबेरी का पौधा लगभग 3 महीनों में आकार लेने लगता है, लेकिन इसमें फल आने में कम से कम 1 से 1.5 साल का समय लगता है. इस दौरान धैर्य रखें और समय-समय पर पौधे की देखभाल, धूप, पानी और मिट्टी की स्थिति पर ध्यान देते रहें.

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