लेट्यूस में विटामिन-के और विटामिन-ए भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, आंखों की रोशनी बढ़ाते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को भी मजबूत करते हैं.
बीज बोने के 7-10 दिनों में अंकुर निकल आते हैं और 3-4 हफ्तों में पौधा मजबूत होकर रोपाई के लिए तैयार हो जाता है, जिससे आप जल्दी कटाई का आनंद ले सकते हैं.
लेट्यूस को गमलों, कंटेनर या खेत में उगाया जा सकता है. मिट्टी में गोबर खाद और वर्मी कंपोस्ट मिलाकर इसे पोषक और उपजाऊ बनाया जा सकता है.
नीम तेल या गोमूत्र के घोल से छिड़काव करने पर लेट्यूस को कीटों और रोगों से बचाया जा सकता है, जिससे पौधा लंबी उम्र तक स्वस्थ रहता है.
यह 'कट एंड कम अगेन' पौधा है. 6-8 हफ्तों में पत्तियां तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती हैं और आप इसे बार-बार काटकर उपयोग कर सकते हैं.
लेट्यूस सलाद, सैंडविच, बर्गर, रैप्स और सूप में डालकर स्वाद और पोषण बढ़ाने के साथ आपके खाने को ताजगी और रंगीनता भी देता है.