संसद में प्रियंका गांधी ने किया खुलासा! ये नीली हल्दी बनाती है शरीर को सुपरहिरो, जानिए चौंकाने वाले फायदे!

Blue Turmeric: संसद के विंटर सेशन से अचानक सुर्खियों में आई ब्लू हल्दी अब सिर्फ मसाला नहीं, बल्कि सेहत का नया ट्रेंड बन चुकी है. जब प्रियंका गांधी वाड्रा ने खुद इसके रोजाना सेवन की बात कही, तो लोगों में यह जानने की उत्सुकता बढ़ गई कि आखिर यह नीली हल्दी क्या है और शरीर को कैसे फायदा पहुंचाती है. प्रदूषण से बचाव, इम्युनिटी बढ़ाने और गले–फेफड़ों को राहत देने वाली इस खास हल्दी के फायदे जानकर आप भी चौंक जाएंगे.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 25 Dec, 2025 | 03:39 PM
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1 / 6संसद के विंटर सेशन के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा ब्लू हल्दी का जिक्र किए जाने के बाद यह खास हल्दी चर्चा में आ गई. उन्होंने बताया कि ब्लू हल्दी उनकी रोजमर्रा की डाइट का हिस्सा है और प्रदूषण से बचाव में मदद करती है, जिससे इसके स्वास्थ्य लाभों को लेकर लोगों में जिज्ञासा बढ़ी.

संसद के विंटर सेशन के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा ब्लू हल्दी का जिक्र किए जाने के बाद यह खास हल्दी चर्चा में आ गई. उन्होंने बताया कि ब्लू हल्दी उनकी रोजमर्रा की डाइट का हिस्सा है और प्रदूषण से बचाव में मदद करती है, जिससे इसके स्वास्थ्य लाभों को लेकर लोगों में जिज्ञासा बढ़ी.

2 / 6ब्लू हल्दी को काली हल्दी या Curcuma caesia कहा जाता है. बाहर से भूरी और अंदर से नीले-बैंगनी रंग की यह हल्दी आम पीली हल्दी से अलग होती है. इसकी खुशबू कपूर जैसी होती है और इसमें करक्यूमिन की मात्रा अधिक पाई जाती है.

ब्लू हल्दी को काली हल्दी या Curcuma caesia कहा जाता है. बाहर से भूरी और अंदर से नीले-बैंगनी रंग की यह हल्दी आम पीली हल्दी से अलग होती है. इसकी खुशबू कपूर जैसी होती है और इसमें करक्यूमिन की मात्रा अधिक पाई जाती है.

3 / 6ब्लू हल्दी को प्रदूषण से होने वाली समस्याओं में फायदेमंद माना जाता है. यह गले की जलन, एलर्जी और सांस से जुड़ी दिक्कतों को शांत करने में मदद करती है. इसके नियमित सेवन से फेफड़ों को मजबूती मिलती है.

ब्लू हल्दी को प्रदूषण से होने वाली समस्याओं में फायदेमंद माना जाता है. यह गले की जलन, एलर्जी और सांस से जुड़ी दिक्कतों को शांत करने में मदद करती है. इसके नियमित सेवन से फेफड़ों को मजबूती मिलती है.

4 / 6इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं. कपूर, आर्टुर्मेरोन जैसे तत्व सूजन कम करने और शरीर को संक्रमण से बचाने में सहायक होते हैं.

इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं. कपूर, आर्टुर्मेरोन जैसे तत्व सूजन कम करने और शरीर को संक्रमण से बचाने में सहायक होते हैं.

5 / 6विशेषज्ञों के अनुसार, ब्लू हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में मदद कर सकता है. हालांकि यह केवल शुरुआती शोधों पर आधारित है और इसे किसी भी मेडिकल ट्रीटमेंट का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए.

विशेषज्ञों के अनुसार, ब्लू हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में मदद कर सकता है. हालांकि यह केवल शुरुआती शोधों पर आधारित है और इसे किसी भी मेडिकल ट्रीटमेंट का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए.

6 / 6ब्लू हल्दी का पाउडर दूध या पानी में आधा से एक चम्मच मिलाकर लिया जा सकता है. इसे चाय, सब्जी या सलाद में मिलाया जा सकता है. जोड़ों के दर्द और अर्थराइटिस में इसका लेप भी राहत देता है. अधिक सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है.

ब्लू हल्दी का पाउडर दूध या पानी में आधा से एक चम्मच मिलाकर लिया जा सकता है. इसे चाय, सब्जी या सलाद में मिलाया जा सकता है. जोड़ों के दर्द और अर्थराइटिस में इसका लेप भी राहत देता है. अधिक सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है.

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