महेंद्र सिंह धोनी का रांची स्थित फार्म हाउस करीब 44 एकड़ में फैला हुआ है. यहां तकरीबन 150 से 200 लोग रोजाना काम करते हैं. क्रिकेट के मैदान पर अपने फैसलों से सबको चौंकाने वाले धोनी खेती के मैदान में भी लोगों को प्रेरित कर रहे हैं.
धोनी के फार्म हाउस की सबसे खास बात यह है कि यहां किसी भी प्रकार की केमिकल खाद या कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं होता. फार्म हाउस में ही जैविक खाद, जीवामृत और केंचुआ खाद तैयार की जाती है, जिससे न सिर्फ मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है, बल्कि फल और सब्जियां भी पूरी तरह से सुरक्षित और पोषणयुक्त होती हैं.
यह फार्म हाउस एक हरा-भरा बगीचा है जहां पपीता, स्ट्रॉबेरी, तरबूज, अमरूद, अनानास और ड्रैगन फ्रूट जैसी फसलों की खेती की जाती है. रास्तों के दोनों ओर कई किस्मों के आम के पेड़ लगे हुए हैं, जो फार्म की खूबसूरती को और भी बढ़ाते हैं.
धोनी के फार्म हाउस की एक और अनोखी बात है यहां पाले जाने वाले करीब 2000 कड़कनाथ मुर्गे. मध्यप्रदेश के झाबुआ से मंगाए गए इन मुर्गों की बाजार में भारी मांग है और ये करीब 1000 रुपये प्रति किलो बिकते हैं.
Nishadraj Boat Scheme (FREEPIK)
धोनी सिर्फ नाम के लिए फार्मर नहीं हैं. उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया है जिसमें वे ट्रैक्टर चलाकर खेत जोतते हुए नजर आते हैं. एक अन्य वीडियो में वह अपने फार्म की स्ट्रॉबेरी तोड़कर खाते भी दिखते हैं, जो दर्शाता है कि उन्हें खेती से कितना जुड़ाव है.