नकली पनीर में अक्सर सिंथेटिक दूध, स्टार्च और डिटर्जेंट जैसे केमिकल मिलाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकते हैं और पाचन तंत्र, लिवर व किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं.
असली पनीर को गर्म पानी में डालने पर वह अपनी ठोस बनावट बनाए रखता है, पानी में कोई चिकनाहट या झाग नहीं बनता और उसका रंग और खुशबू सामान्य रहती है.
नकली पनीर पानी में डालते ही टूटने लगता है, पानी पर सफेद झाग या तेल जैसी परत बनती है और बदबूदार गंध आ सकती है, जो मिलावट का साफ संकेत है.
पनीर में स्टार्च की मिलावट जांचने के लिए उसे मसलकर उसमें आयोडीन टिंचर या हल्दी वाला पानी डालें; अगर रंग नीला या काला हो जाता है, तो पनीर नकली है.
नकली पनीर का सेवन पेट दर्द, गैस, दस्त, फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है, साथ ही लंबे समय में यह किडनी और लीवर की गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.
पनीर खरीदते समय भरोसेमंद ब्रांड या डेयरी से खरीदना चाहिए, या फिर घर पर पनीर बनाना ज्यादा सुरक्षित होता है. खरीदते वक्त पनीर की महक और बनावट की जांच करना जरूरी है.