देश के करोड़ों किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) की 20वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं. किसानों को उम्मीद है कि इस महीने यानी जुलाई के अंत तक 20वीं किस्त जारी कर दी जाएगी. लेकिन इसी बीच उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में पीएम किसान को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. कहा जा रहा है कि इस जिले में पीएम किसान योजना में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है. फरीदपुर सहकारी बैंक की शाखा में 1.31 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई. इस घटना से अधिकारियों के होश उड़ गए हैं.
वहीं, इस मामले में बैंक प्रबंधन ने दो शाखा प्रबंधकों और दो कैशियरों को निलंबित कर दिया है. साथ ही दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. खास बात यह है कि घोटाले के खुलासा होने की कहानी भी बहुत रोचक है. दरअसल, शाहजहांपुर के एक किसान ने शिकायत की कि उसकी पीएम किसान निधि की राशि गलती से बरेली की शाखा में जमा हो गई है. इसके बाद जिला सहकारी बैंक के डीजीएम दिवेन्द्र कुमार ने 16 मई को औचक निरीक्षण किया.
21 संदिग्ध खातों की पहचान हुई
निरीक्षण में 21 संदिग्ध खातों का पता चला. इन खातों के जरिए फर्जी ट्रांजैक्शन कर धनराशि हड़पी गई थी. ऐसे में डीजीएम के हाथ-पांव फूल गए. उन्होंने 23 मई को विस्तृत जांच के आदेश दिए और एक समिति गठित की. जांच में चार अधिकारियों की मिलीभगत उजागर हुई, जिसके बाद कार्रवाई की गई.
कब शुरू हुई पीएम किसान योजना
बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एक केंद्रीय क्षेत्र की स्कीम है. इस योजना की शुरुआत साल 2019 में की गई. इसे शुरू करने का मुख्य वजह सीमांत और छोटी जोत वाले किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करना है. इस योजना के तहत किसानों को साल में 6000 रुपये दिए जाते हैं. ये राशि 2000-2000 रुपये की तीन समान किस्तों में कर के सीधे किसानों के खातों में ट्रांसफर की जाती है. अभी तक केंद्र सरकार 19 किस्तें जारी कर चुकी है. अब किसान 20वीं किस्त का इंताजर कर रहे हैं.
कब जारी होगी 20वीं किस्त
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई को बिहार के मोतिहारी से एक कार्यक्रम के दौरान पीएम किसान की 20वीं किस्त जारी कर सकते हैं. क्योंकि 19वीं किस्त भी पीएम मोदी ने फरवरी महीने में बिहार के भागलपुर से ही जारी की थी. तब 9 करोड़ से अधिक किसानों ने इस योजना का लाभ उठाया था. यानी इन किसानों के खातों में पीएम किसान के 2000-2000 रुपये पहुंचे थे. लेकिन 20वीं किस्त के लिए किसानों को ई-केवाइसी कराना जरूरी है. जो किसान ई-केवाइसी का काम पूरा नहीं करेंगे, वो 20वीं किस्त से वंचित रह सकते हैं.