किसानों के लिए बड़े काम की है ये मशीन, कम खर्च और कम मेहनत में साफ कर देती है खेत

परंपरागत तौर पर किसान हाथ से औजारों की मदद से खेत में बिखरे हुए भूसे, घास और चारे को इकट्ठा करते हैं. इसमें समय तो लगता ही है साथ ही साथ श्रम भी अधिक लगता है. ऐसे में रेक नामक एक कृषि यंत्र है जो खेत में उगे घास को बहुत ही अच्छे ढंग से कम समय में साफ करता है. किसानों के बीच यह सस्ता टिकाऊ और कारगर यंत्र खूब पॉपुलर हो रहा है.

Kisan India
नोएडा | Published: 31 Oct, 2025 | 11:30 PM

खेती-किसानी में सिर्फ फसल उगाना ही नहीं बल्कि खेत की देखभाल और कटाई के बाद खेत की सफाई भी बेहद महत्वपूर्ण होती है. परंपरागत तौर पर किसान हाथ से औजारों की मदद से खेत में बिखरे हुए भूसे, घास और चारे को इकट्ठा करते हैं. इससे समय तो लगता ही है साथ ही साथ श्रम भी लगता है. ऐसे में किसानों की मदद के लिए रेक नामक एक कृषि यंत्र खूब पॉपुलर हो रहा है जो खेत में उगे घास को बहुत ही कम समय में और अच्छे ढंग से साफ करता है. इसकी मदद से कम मेहनत में यह खेत की बेहतरीन सफाई हो जाती है. ऐसे में किसानों को खेत की बेहतर सफाई के लिए रेक का इस्तेमाल करना चाहिए.

क्या होता है रेक यंत्र

रेक एक कृषि उपकरण है जिसका इस्तेमाल कटाई के बाद खेत में बिखरे चारे, भूसे और घास को इकट्ठा करने के लिए किया जाता है. यह झाड़ू का उन्नत और मशीनी रूप है. यह मशीन चारे को एक जगह जमा कर देती है जिससे उसे आसानी से उठाया जा सके और उसका सही उपयोग किया जा सके. रेक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह खेत की सफाई को तेज और आसान बना देता है. यह चारे को सही ढंग से इकट्ठा करता है ताकि बाद में उसका उपयोग पशुओं को खिलाने के लिए या खाद बनाने में किया जा सके. हाथ के औजारों की तुलना में रेक से काम करने पर समय और श्रम दोनों की बचत होती है. खासकर डेयरी व्यवसाय और पशुपालन करने वाले किसानों के लिए यह मशीन बहुत उपयोगी है क्योंकि इससे चारे को जल्दी और व्यवस्थित तरीके से तैयार किया जा सकता है.

बाजार में कई तरह के रेक यंत्र उपलब्ध

भारत में रेक कई प्रकार के उपलब्ध हैं. इनमें मुख्य रूप से व्हील रेक, रोटरी रेक और बेल्ट रेक शामिल हैं. व्हील रेक सबसे साधारण प्रकार है, इसमें पहियों की मदद से चारा और घास इकट्ठा किया जाता है. यह छोटे और मध्यम किसानों के लिए शानदार विकल्प है,रोटरी रेक एक आधुनिक प्रकार है, जो घूमते हुए दांतों की मदद से चारे को तेजी से एक जगह जमा करता है. यह बड़े किसानों और डेयरी फार्म के लिए उपयुक्त है. बेल्ट रेक उन्नत तकनीक से बना होता है और बड़े पैमाने पर खेती में इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा, छोटे किसानों के लिए मिनी हैंड-रेक भी उपलब्ध हैं जो कम बजट में हाथ से चलाए जा सकते हैं.

ब्रांड के अनुसार होती है कीमत

कीमत की बात करें तो भारत में रेक की कीमत उसके प्रकार और क्षमता के अनुसार अलग-अलग होती है. हैंड रेक या छोटे रेक की कीमत 3 हजार से 15 हजार रुपये तक होती है. व्हील रेक की कीमत लगभग 40 हजार रुपये से 1.5 लाख रुपये तक होती है. वहीं, रोटरी रेक की कीमत 2 लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक हो सकती है. बेल्ट रेक और बड़े पैमाने पर काम करने वाले उन्नत रेक की कीमत 6 लाख रुपये से 12 लाख रुपये तक पहुंच सकती है. कीमत ब्रांड, मशीन की क्षमता और उसके फीचर्स पर निर्भर करती है.

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Published: 31 Oct, 2025 | 11:30 PM

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