SKM, BKU ने खोला मोर्चा, 13 अगस्त को ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान.. इस वजह से है नाराजगी

संयुक्त किसान मोर्चा और बीकेयू ने 13 अगस्त को देशभर में ट्रैक्टर रैली का ऐलान किया है. किसान एमएसपी की गारंटी, कर्ज माफी, स्मार्ट मीटर रोक और लैंड पूलिंग नीति के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 11 Aug, 2025 | 12:48 PM

संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने एक फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दोनों किसान संगठनों ने 13 अगस्त को पूरे देश में ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया है. इसके साथ ही हरियाणा SKM और BKU के सदस्य जिला और ब्लॉक स्तर पर ट्रैक्टर मार्च की तैयारी में जुट गए हैं. हरियाणा BKU अध्यक्ष रतन मान और अन्य पदाधिकारी गांव-गांव जाकर लोगों से समर्थन मांग रहे हैं. यह ट्रैक्टर मार्च किसानों की प्रमुख मांगों को लेकर किया जा रहा है, जिनमें एमएसपी की कानूनी गारंटी, कर्ज माफी, घरेलू बिजली पर स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक और लैंड पूलिंग पॉलिसी का विरोध शामिल है.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, रतन मान ने कहा है कि किसानों का यह विरोध ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ जैसा होगा, जिसमें ट्रैक्टरों पर तिरंगा लहराते हुए वे ‘कॉरपोरेट भारत छोड़ो’ अभियान शुरू करेंगे. उन्होंने दावा किया कि देशभर में लाखों ट्रैक्टर सड़कों पर उतरेंगे. रविवार को करनाल जिले के सरफाबाद, खेड़ा और सोहाना गांवों में किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने सभी से बड़ी संख्या में आंदोलन में शामिल होने की अपील की.

किसानों की मांग को किया जा रहा नजरअंदाज

किसान नेता महताब कादियान ने कहा कि सरकार लंबे समय से उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है, इसलिए अब किसानों के पास विरोध करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है. उन्होंने याद दिलाया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल चले आंदोलन के बाद तीन कृषि कानून वापस लिए थे, तब एमएसपी की कानूनी गारंटी का वादा किया गया था, लेकिन अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

ये है ट्रैक्टर रैली का रूट

किसान कार्यकर्ता श्याम सिंह मान, सुरेंद्र सागवान और सरदार साहब सिंह बाजवा ने कहा कि जिले के मुख्यालयों पर किसान कृषि पर बढ़ते कॉरपोरेट कब्जे के खिलाफ अपना विरोध और तेज करेंगे. करनाल में यह ट्रैक्टर मार्च जाट धर्मशाला से शुरू होकर मिनी सचिवालय तक जाएगा, जहां किसान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के पुतले जलाएंगे.

राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे किसान

श्याम सिंह मान ने कहा कि किसान अपनी मांगों के समर्थन में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन डीसी को सौंपेंगे. मान ने दूसरी मांगों पर भी जोर देते हुए कहा कि सरकार को बौनी बीमारी (ड्वार्फ डिजीज) से खराब हुई धान की फसल का मुआवजा किसानों को देना चाहिए. साथ ही एनसीआर में 10 साल से पुराने ट्रैक्टरों पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाना चाहिए. रेवाड़ी में बीकेयू बावल कस्बे में ट्रैक्टर मार्च निकालेगी.

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Published: 11 Aug, 2025 | 12:42 PM

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