कृष्ण कमल को उगाने के लिए सबसे पहले आपको वह स्थान चुनना होगा, जहां इसे सूरज की 6-8 घंटे की रौशनी आसानी से मिल सके. इसलिए इसे घर के खुले हिस्से या बालकनी में लगाना ठीक रहेगा.
पौधे के लिए मिट्टी में थोड़ी रेत और खाद मिला सकते हैं, ताकि मिट्टी हल्की हो जाए और पौधा तेजी से बढ़े. पौधे के लिए ऐसे गमले का इस्तेमाल करें, जिसमें पानी आसानी से निकल सके.
कृष्ण कमल के बीजों से पौधा उगाना बहुत आसान है. सबसे पहले बीज को अच्छे से धोकर 2-3 हफ्ते के लिए पानी में भिगोकर रखें. फिर उन बीजों को मिट्टी में बोएं और हल्के हाथों से मिट्टी में दबाकर पानी दें.
यह पौधा लता के रूप में उगता है, इसलिए इसे सहारे की आवश्यकता होती है. आप इसे बांस के खंभे या जाल पर चढ़ा सकते हैं ताकि यह बढ़ सके.
पौधे में नियमित पानी की जरूरत होती है, लेकिन ध्यान रखें कि जलभराव न हो. मिट्टी हमेशा हल्की गीली रखें. साथ ही हर 15 दिन में थोड़ी जैविक खाद मिलाएं ताकि इसकी ग्रोथ तेजी से हो सके.
पौधे को कीटों से बचाने के लिए समय-समय पर उसे जांचते रहें. अगर पौधे में कीड़े या कोई बीमारी दिखाई दे, तो प्राकृतिक कीटनाशकों का इस्तेमाल करें. यह पौधे को सुरक्षित रखने में मदद करता है.
कृष्ण कमल के फूल आमतौर पर 2-3 महीने में खिल जाते हैं. इसके फूल आकार में बड़े होने के साथ हल्के नीला और बैंगनी रंग के होते है.