तेंदुए से भिड़े लखीमपुर के मिहीलाल, डीएम ने अस्पताल पहुंचकर बढ़ाया हौसला.. 50 हजार का ईनाम मिलेगा

लखीमपुर खीरी में रहने वाले मिहीलाल एक बंद पड़े ईंट-भट्ठे में राख निकालने गए थे. तभी अचानक से उनपर एक तेंदुए ने हमला कर दिया. मामले की जानकारी होते ही जिले की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने जिला चिकित्सालय ओयल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की.

लखनऊ | Updated On: 25 Jun, 2025 | 09:55 PM

कहते हैं हिम्मत और हौसला हो तो इंसान किसी भी मुश्किल का सामना कर सकता है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है लखीमपुर के युवक ने, जिसने तेंदुए से लड़कर खुद को मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया. दरअसल, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के धौरहरा रेंज में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब बंद पड़े ईंट-भट्ठे में राख निकालने गए युवक पर अचानक तेंदुए ने हमला कर दिया. बता दें कि धौरहरा जिले के नयापुरवा में रहने वाले 35 साल के मिहीलाल पर तेंदुए ने हमला किया लेकिन अपनी सूझबूझ से मिखीलाल ने खुद की जान बचा ली.

मिहीलाल ने दिया बहादुरी का परिचय

लखीमपुर खीरी में रहने वाले मिहीलाल एक बंद पड़े ईंट-भट्ठे में राख निकालने गए थे. तभी अचानक से उन पर एक तेंदुए ने हमला कर दिया. तेंदुए के अचानक किए गए हमले से युवक मिहीलाल घबराए नहीं बल्कि अपनी सूझ-बूझ से उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए तेंदुए से भिड़कर न सिर्फ अपनी जान बचाई, बल्कि उसे पीछे हटने पर मजबूर भी कर दिया. तेंदुए से खुद को बचाते हुए मिहीलाल गंभीर रूप से घायल भी हो गए. वहीं, तेंदुए के हमले में वन विभाग के एक कर्मचारी फॉरेस्ट गार्ड राजेश दीक्षित को भी चोटें आई हैं.

डीएम ने 50 हजार रुपये देने की घोषणा की

मामले की जानकारी होते ही जिले की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने जिला चिकित्सालय ओयल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की. उन्होंने मिहीलाल की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि आपने जो साहस दिखाया है, वह अनुकरणीय है. प्रशासन आपकी हर संभव मदद करेगा. डीएम ने मौके पर ही मिहीलाल को 50,000 रुपये की सहायता देने की घोषणा की. डीएम ने घायल फॉरेस्ट गार्ड राजेश दीक्षित से भी बात कर हौसला अफजाई की और डॉक्टरों से दोनों के मेडिकल ट्रीटमेंट की जानकारी ली.

Lakhimpur Leopard Attack

घायल फॉरेस्ट गार्ड राजेश दीक्षित

सही इलाज करने के दिए निर्देश

इसके साथ ही डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने दोनों घायलों का उचित इलाज करने के निर्देश दिए हैं.  डीएम से बातचीत के दौरान मिहीलाल ने डीएम को पूरी आपबीती सुनाई. इस दौरान डीएम ने उनके परिवार के लोगों से भी मुलाकात की, उन्हें ढांढस बंधाया और हर जरूरी मदद का भरोसा दिलाया. इस दौरान प्रभागीय वनाधिकारी उत्तरी सौरीष सहाय, सीएमएस आरके कोली मौजूद रहे. लेखक स्वतंत्र पत्रकार हैं.

Published: 25 Jun, 2025 | 09:46 PM