खेत में लगी फसलों में कीटों का लगना आम बात है. कई बार खेती से जुड़ी सही जानकारी न होने के कारण या फिर फसल की सही देखभाल न होने के कारण फसल पर कीटों का आक्रमण हो जाता है. इन कीटों के आक्रमण से न केवल फसल बर्बाद होती है बल्कि किसानों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन कीटों से फसलों को बचाने के लिए आप खुद से कम लागत में ट्रैप तैयार कर सकते हैं जो कि पूरा तरह से केमिकल फ्री और वातावरण के अनुकूल होते हैं. इन्हीं में से एक ट्रैप का नाम है बर्ड पर्च ट्रैप.
बर्ड पर्च ट्रैप क्या है
बर्ड पर्च ट्रैप कीटों को कंट्रोल करने वाला एक ऐसा ट्रैप है जिसे खेत में 4 से 5 फीट लंबी बांस या लकड़ी की छड़ें गाड़ दी जाती हैं. जिन पर कीटों को खाने वाले पक्षी बैठते हैं जैसे बुलबुल, चील, मैनो आदि. ये पक्षी खेत में फसलों पर लगे हानिकारक कीटों जैसे इल्ली, तना छेदक, चेपा आदि को खाकर उन्हें नष्ट कर देते हैं. इस ट्रैप को इस तरह तैयार किया जाता है ताकि पक्षी इस ट्रैप की ओर आकर्षित हो सकें.
ऐसे तैयार करें ट्रैप
बर्ड पर्च ट्रैप तैयार करने के लिए सबसे पहले एक बांस या लकड़ी लें जिसकी लंबाई 4 से 6 फीट हो. इसके बाद इस बांस या लकड़ी को जमीन में 1 से 1.5 फीट गहराई में गाड़ दें. ध्यान रहे कि हर 50 मीटर की दूरी पर इस ट्रैप को लगाएं. अब इस बांस के ऊपर एस समतल सतह की ट्रे रखें जिसपर पक्षी बैठ सकें. इस ट्रैप को फसलों के ऊपरी हिस्से से थोड़ा ऊपर ही रखें. बता दें कि एक एकड़ खेत के लिए 10 से 15 बर्ड पर्च पर्याप्त होंगे.
कैसे काम करता है ट्रैप
खेत में लगाई गई बांस की छड़ों पर पक्षी आकर बैठते हैं. इन पक्षियों को आकर्षित करने के लिए पर्च पर पानी या खाने का सामान रखा जाता है. पर्च पर पक्षियों के बैठने की जगह बनाई जाती है ताकि वे आसपास के इलाके में उड़ते कीटों या पत्तियों पर बैठी इल्लियों को देख सकें. इसके बाद जैसे ही कोई कीट या इल्ली फसल के पास दिखाई देती है, ये पक्षी तुरंत उनपर झपट्टा मारकर उन्हें खा जाते हैं.