भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मई 2025 के दौरान अधिक गर्मी पड़ने और तापमान में बढ़ोत्तरी की भविष्यवाणी की है. मौसम विभाग ने मासिक आउटलुक जारी करते हुए कहा है कि देश के अधिकांश भागों में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान रहने की संभावना है. मध्य प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान समेत मध्य भारत के ज्यादातर राज्यों में हीटवेव चलने की संभावना जताई गई है.
कहां पड़ेगी भयंकर गर्मी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मई 2025 के लिए जारी मासिक आउटलुक में कहा है कि गंगा के मैदानों, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश भागों में सामान्य से अधिक गर्म लहर या हीटवेव के दिन रहने की संभावना है. राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के अधिकांश भागों और गुजरात, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और उससे सटे तेलंगाना और उत्तरी कर्नाटक के कुछ भागों में हीट वेव दिनों की संख्या सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
कहां चलेगी हीटवेव
सामान्य तौर पर मई के महीने में लगभग 3 दिनों तक उत्तरी मैदानी इलाकों, मध्य भारत और प्रायद्वीपीय भारत के आस-पास के इलाकों में हीटवेव चलती है. मई 2025 के दौरान, गंगा के मैदानों, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक हीटवेव के दिन रहने की संभावना है.
मई में कहां होगी बारिश
मई 2025 के दौरान पूरे देश में औसत बारिश सामान्य से अधिक (दीर्घावधि औसत/एलपीए का 109% से अधिक) रहने की संभावना है. कहा गया है कि देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है सिवाय उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य भारत, पूर्वोत्तर भारत और पूर्व मध्य भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर, जहां सामान्य से नीचे बारिश होने की संभावना है.
Monthly Outlook for the Temperature and Rainfall during May 2025
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— India Meteorological Department (@Indiametdept) April 30, 2025
आईएमडी की सलाह
हीटवेव के दौरान अधिक तापमान बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों के लिए जोखिम पैदा करता है, जो गर्मी से संबंधित बीमारियों जैसे थकावट और हीटस्ट्रोक के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं. अत्यधिक गर्मी की लंबी अवधि के चलते डिहाड्रेशन की समस्या हो सकती है. यह गर्मी बिजली आपूर्ति और ट्रांसपोर्ट सिस्टम जैसे बुनियादी ढांचे पर दबाव डाल सकती है. इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्राधिकारियों के लिए सक्रिय उपाय करने की सलाह दी जाती है. इसमें कूलिंग सेंटर स्थापित करने और गर्मी संबंधी सलाह जारी करना शामिल है. सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा और हीटवेव के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए ऐसे प्रयास जरूरी हैं.