IMD की चेतावनी: अगले 5 दिन और तेज होगी बारिश, अलर्ट पर रहें ये राज्य

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने साफ किया है कि देश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में मानसून सिस्टम बेहद सक्रिय है. अगले 5-6 दिनों तक इन राज्यों में तेज बारिश होती रहेगी.

Kisan India
नई दिल्ली | Updated On: 4 Jul, 2025 | 07:20 AM

जुलाई की शुरुआत के साथ ही मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है. देश के कई हिस्सों में बारिश राहत की बूंदें लेकर आई है, तो कहीं ये बाढ़, भूस्खलन और तबाही की वजह बनती जा रही है. पहाड़ी राज्यों में नदियां उफान पर हैं, तो मैदानी इलाकों में जलभराव और बिजली गिरने की चेतावनियों ने चिंता बढ़ा दी है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में बारिश का सिलसिला और तेज होने की आशंका जताई है. आइए जानते हैं देश के अलग-अलग हिस्सों का ताजा मौसम हाल.

उत्तर भारत में बादलों की गर्जना और राहत की बारिश

दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक भले देर से हुई हो, लेकिन अब उसका असर नजर आने लगा है. आज सुबह दिल्ली के कुछ इलाकों में हल्की फुहारें पड़ीं, लेकिन उमस से राहत अभी नहीं मिली है. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में मूसलाधार बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी है, जबकि पश्चिमी यूपी में सिर्फ बादलों की आवाजाही बनी हुई है.

उत्तराखंड में बारिश ने चारधाम यात्रा की रफ्तार रोक दी है. केदारनाथ जाने वाला रास्ता भूस्खलन की वजह से बंद कर दिया गया है. वहीं हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है. कई जगह भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं और अब तक 37 लोगों की जान जा चुकी है. राज्य में करीब 400 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है.

मध्य भारत में पानी में डूबे गांव, कई जिलों में हाई अलर्ट

मध्य प्रदेश में मानसून का प्रभाव सबसे ज्यादा देखा जा रहा है. जबलपुर, सिवनी और मंडला जैसे जिलों में भारी बारिश हो रही है. मंडला जिले के कई गांवों में पानी भर गया है, जिससे लोग घरों में फंसे हुए हैं. पूरे राज्य में 30 जिलों को अलर्ट पर रखा गया है.

छत्तीसगढ़ में भी तेज बारिश के चलते निचले इलाकों में जलभराव हो गया है. कुछ जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. ओडिशा के बालासोर जिले में तो हालात और भी खराब हैं. सुबर्णरेखा नदी उफान पर है और उसके आसपास के 35 गांव पानी में डूब चुके हैं. इन गांवों का बाकी दुनिया से संपर्क कट चुका है.

पश्चिम भारत में गोवा में रेड अलर्ट, राजस्थान में पहली झलक

गोवा और कोंकण क्षेत्र में भारी बारिश ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है. सरकार ने 4 जुलाई को सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित की है. कई इलाकों में जलभराव और पेड़ों के गिरने की खबरें आई हैं. रेड अलर्ट की स्थिति को देखते हुए राहत और बचाव दल तैनात किए गए हैं.

राजस्थान के पश्चिमी जिलों में मानसून ने आखिरकार दस्तक दी है. जालोर, बाड़मेर और जोधपुर में अच्छी बारिश हुई है. टोंक के बीसलपुर बांध का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे जलसंकट झेल रहे इलाकों को राहत मिलने की उम्मीद है. हालांकि, भीलवाड़ा जैसे जिलों में पानी घरों तक पहुंच गया है.

पूर्वी भारत में बिजली गिरने का खतरा, सावधानी जरूरी

बिहार और झारखंड के कई इलाकों में आंधी- तूफान, तेज बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है. किसानों के लिए यह बारिश भले ही राहत लेकर आई हो, लेकिन अचानक होने वाली बिजली गिरने की घटनाएं जानलेवा साबित हो रही हैं. कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं.

मौसम विभाग की चेतावनी: अगले 5 दिन सतर्क रहें

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने साफ किया है कि देश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में मानसून सिस्टम बेहद सक्रिय है. अगले 5-6 दिनों तक इन राज्यों में तेज बारिश होती रहेगी. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, गोवा, कर्नाटक, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में स्थिति गंभीर बनी रह सकती है. लोगों से सतर्क रहने और गैर-जरूरी यात्रा टालने की अपील की गई है.

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Published: 4 Jul, 2025 | 07:14 AM

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